पुलिस आयुक्तालय परिसर में आत्मदहन करने पहुंचा पीडि़त परिवार
पुलिस कर्मचारियों ने पकड़ा
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पुलिस उपायुक्त के साथ की गई चर्चा
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२० – मानसिक रूप से परेशान व मारपीट तथा विकलांगता का मजाक उड़ाकर गाली गलौच करने वाले लोगों के खिलाफ गाडगेनगर पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की. जिससे निराश विकलांग दंपत्ति ने आज पुलिस आयुक्तालय परिसर में आत्मदहन करने का निर्णय लिया था. जिसके बाद यहां पुलिस आयुक्तालय परिसर में फ्रेजरपुरा पुलिस ने कडा बंदोबस्त लगाकर रखा था. जैसे ही विकलांग दंपत्ति पुलिस आयुक्तालय कार्यालय में पहुंची. उसी समय पुलिस कर्मियों ने विकलांग दंपत्ति को पकड़ लिया और पुलिस उपायुक्त यशवंत सोलंके के पास ले जाया गया.
यहां बता दे कि शहर के सिटी सेंटर क्षेत्र में आर्यन ऑप्टीकल की दुकान चलानेवाले संदीप जयस्वाल ८५ फीसदी विकलांग है. उनकी दुकान के बगल में साहिल आप्टीकल के मालिक उद्यम मोटवानी, लाला मोटवानी, दीपक मोटवानी, साहेल मोटवानी की दुकान है. उन्होंने अनेक मर्तबा संदीप जयस्वाल की विकलांगता पर ताने कसे है और गाली गलौच करते हुए मारपीट भी की है. इस संबंध में गाडगेनगर पुलिस थाने में अनेक बार शिकायतेें देने पर भी गाडगेनगर पुलिस की ओर से उक्त लोगों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. इसके विपरित संदीप जयस्वाल पर विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किए. केन्द्र सरकार ने विकलांग हक अधिनियम २०१६ के तहत विकलांग व्यक्तियों को गाली गलौच का मारपीट करने पर धारा ९२ के तहत अपराध दर्ज कराए जाते है. वहीं अनेक पुलिस थानों में अपराध दर्ज किए गये है. लेकिन गाडगेनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करने पर भी अपराध दर्ज नही किया गया. इसलिए गाडगेनगर थाने की लचर कार्यप्रणाली और उक्त लोगों की मानसिक परेशानियों से त्रस्त विकलांग दंपत्ति ने पुलिस आयुक्तालय कार्यालय में आत्मदहन करने का आंदोलन करने का निर्णय लिया था.