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शराब के नशे में पत्नी व बच्ची का गला घोटा, फिर फांसी लगा ली

कोरोना से व्यवसाय ठप्प हुआ, शराब ने कर्ज में डूबोया

  • मां और भाभी घर छोडकर जाने का पश्चाताप भी हुआ अनिल को

  • सुसाईड नोट में पत्नी और बेटी की हत्या कबुली

  • परिजनों के साथ बुरा बर्ताव करने पर माफी मांगी

  • छोटी बच्ची को खूब पढने की सलाह चिठ्ठी में दी अनिल देशमुख ने

अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – जिले के दर्यापुर तहसील के भामोद गांव में शराब के नशे में एक व्यक्ति ने पत्नी व बेटी की गला घोटकर हत्या करने के बाद उसी रात पश्चाताप में स्वयं ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह हत्याकांड कल शाम उस समय उजागर हुआ जब लाशों की दुर्गंध बंद कमरे से बाहर आने लगी. पश्चात गांववासियों ने इसकी जानकारी येवदा पुलिस को दी. पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर लाश का पंचनामा किया. पुलिस के अनुसार मृतकों का नाम अनिल देशमुख (50), उसकी पत्नी वंदना अनिल देशमुख (45) व बेटी साक्षी अनिल देशमुख (17) का समावेश हैं. प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार अनिल देशमुख ने पहले शराब के नशे में पत्नी वंदना और बेटी साक्षी का गला घोटकर उनकी हत्या कर दी और बाद में एक चिठ्ठी लिखकर घर में उसने खूद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. अनिल ने पत्नी की लाश घर के कोने में छिपाकर उसपर बिस्तर डाल दिया था और बेटी साक्षी की लाश पलंग के नीचे छिपाकर उसपर भी बिस्तर डाल दिया था. कल शाम येवदा के थानेदार अमुल बच्छाव ने घटनास्थल का पंचनामा कर तीनों की लाशों को पोस्टमार्टम के लिए दर्यापुर के सरकारी अस्पताल में भेज दिया. आज दोपहर 12 बजे उनकी लाशों का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार के लिए उसके परिजनों को सौंप दिया गया.
जानकारी के अनुसार दर्यापुर तहसील के भामोद गांव में अनिल दिनकर देशमुख (50) यह पत्नी वंदना, बेटी साक्षी, मां, भाई और भाभी के साथ रहता था. अनिल देशमुख को साक्षी के अलावा भी एक लडकी है. जो पिछले 15 दिनों से उसके मामा के घर कारंजा लाड के सोहल गांव में गई थी. अनिल देशमुख के पास गांव में 2 एकड खेती थी, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर रहने के कारण यह खेती भी उसने बेच डाली थी. खेती बेचने के बाद अनिल देशमुख ने एक लोडिंग ऑटो लिया, लेकिन पिछले 1 साल से कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन के कारण अनिल का वाहन भी घर पर ही खडा था. कामधंधा बंद रहने से उसपर कर्जा बढते गया. उसीेें अनिल देशमुख को शराब की लत लग गई थी. शराब पीकर घर आने के बाद वह परिजनों को परेशान करता था, पत्नी और बच्चों से गालीगलौच कर बुढी मां और भाभी से भी झगडने लगता था. बताया जाता है कि पिछले 20 दिनों से अनिल देशमुख ने खूद को शराब में डूबो डाला था. दिन निकलते ही शराब पीकर वह परिजनों को तंग करता था. इसके इस रवैये से तंग आकर अनिल की मां और भाई व भाभी उसके घर के पास ही एक अन्य मकान में रहने गए थे, लेकिन अनिल यह अपनी मां को घर से अलग रखना नहीं चाहता था. उसके शराब पीकर विवाद करने के कारण अनिल की छोटी लडकी को 15 दिन पहले ही कारंजा लाड तहसील के सोहल गांव में उसके मामा के घर भेजा गया था.
खबर है कि तीन दिन पहले अनिल रोज की तरह शराब पीकर घर आया. उसने मां और भाभी के अलग रहने को लेकर पत्नी के साथ झगडा किया और रात में ही गला घोटकर पत्नी की हत्या की. उसी तरह बेटी का भी गला घोट डाला. दोनों की लाशे घर में दो जगह बिस्तर के नीचे छिपाकर रख दिये. उसके बाद अनिल देशमुख ने एक सुसाईड नोट लिखी. उसने इस घटना के लिए किसी को भी जिम्मेदार न ठहराने की बात लिखते हुए चिठ्ठी की शुरुआत में ही इस घटना के लिए उसकी शराब की लत को जिम्मेदार ठहराया और लिखा की नशे में उसने पत्नी और बेटी की हत्या की. इसी चिठ्ठी में अनिल देशमुख ने अपनी मां, भाभी की माफी मांगी और कहा कि वह शराब पीकर उन्हें परेशान करता था, बावजूद इसके उन्होंने इसका गलत नहीं माना और अलग रहने चले गए. चिठ्ठी में बाद में अनिल ने अपने किये पर पछतावा व्यक्त करते हुए अब स्वयं को खत्म करने की बात लिखी और मामा के घर रहने गई छोटी बेटी को खूब पढने की सलाह दी. यह चिठ्ठी येवदा पुलिस ने जब्त की है. आज सुबह तीनों की लाश का पोस्टमार्टम कर उनके शव को अंत्यसंस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया.

  • पिछले 15 दिनों से खूब शराब पीता था

इस घटना के बाद गांववासियों ने येवदा पुलिस को बताया कि खेती बेचकर गाडी खरीदने के बाद लॉकडाउन से पिछले एक साल से गाडी घर पर ही खडी रहने के कारण अनिल देशमुख पर काफी कर्जा हो गया था. उसी में उसे शराब की लत लगी थी. पिछले 15 दिनों से वह खूब शराब पीने लगा था और शराब पीने के बाद परिजनों से झगडने के कारण उसके परिवार के सदस्य भी काफी त्रस्त हुए थे. इसी कारण अनिल की मां और भाभी पडोस में रहने गई थी.

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