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युवक नदी में डूबा नहीं उसे मार डाला

पिता की शिकायत पर तीन के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज

  • उदखेड की देवनदी में युवक की लाश मिलने का मामला

मोर्शी प्रतिनिधि/दि.10 – हाल ही में मोर्शी पुलिस थाना क्षेत्र के उदखेड स्थित देव नदी में गोपाल गजानन शहाणे नामक 24 वर्षीय युवक की लाश मिली थी. नदी में तैरते वक्त डूबने के कारण उसकी मौत होने का मामला सामने आया था. परंतु उस समय उपस्थित चष्मदीद गवाह एक युवक ने दी सूचना के अनुसार गजानन शहाणे ने मोर्शी पुलिस थाने में शिकायत दी कि उनके पुत्र की डूबने से मौत नहीं हुई बल्कि वहां उपस्थित तीन युवकों ने गोपाल को मार डाला. इस शिकायत पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरु की.
सिध्दार्थ गोरखनाथ भारसाकले (19, वरला), संग्राम गजानन पंडागडे (21, वरला), प्रतिक मधुकरराव देशमुख (लाडकी रोड शिरखेड, हमु.वरला) यह तीनों दफा 302, 201, 34 के तहत नामजद किये गए आरोपियों के नाम है. गजानन शहाणे ने पुलिस थाने में दी शिकायत में बताया कि उन्होंने 28 सितंबर को पुलिस थाने में शिकायत दी थी कि 27 सितंबर की शाम उनका पुत्र गोपाल बाहर जाकर आने का कहकर गया था मगर वापस नहीं लौटा. दूसरे दिन गांव की महिलाएं पूजा करके लौटी. उन्होंने बताया कि उनके पुत्र गोपाल की लाश नदी में मिली है तब गजानन ने वहां जाकर देखा, नदी के किनारे उनके पुत्र की लाश पडी थी, मोबाइल व कपडे नदी के किनारे रखे थे. गोपाल नदी में तैरने के लिए गया था उसकी मौत हो गई, ऐसी शिकायत दी.
इसके बाद दूसरी बार मोर्शी पुलिस थाने में शिकायत में उन्होंने बताया कि गांव के प्रफुल्ल शहाणे उन्हें मिले, उन्हें बताया कि 8 अक्तूबर की शाम 6 बजे ग्रामपंचायत के सामने प्रफुल खडे थे, उस समय गांव में रहने वाल रितेश पंडागले उन्हें मिला. उसने बताया कि काका मुझे तुम्हें कुछ बताना है तब रितेश से उन्होंने पूछा तब रितेश ने बताया कि 27 सितंबर को वह गांव के सिध्दार्थ भारसाकडे, प्रतिक देशमुख के साथ सिध्दार्थ की मोटरसाइकिल से गणपति मंदिर गया था. नदी के पास गोपाल की मोटरसाइकिल खडी थी.वे तीनों नदी में उतरकर उस ओर गए. गोपाल भी नदी में नहा रहा था. संग्राम पंडागले नदी के किनारे बैठा था. सिध्दार्थ कपडे उतारकर नदी में तैरने के लिए गया. इस समय रितेश खडा था. गोपाल ने रितेश से मजाक भी की. कुछ देर बात अचानक चिखपुकार की आवाज सुनाई दी तब रितेश ने वहां जाकर देखा. गोपाल पानी में डूब रहा था. सिध्दार्थ पानी में गोपाल के पास खडा था, वहीं संग्राम व प्रतिक भी वहां खडे थे तब रितेश ने सिध्दार्थ, संग्राम व प्रतिक को चिलाकर कहा कि गोपाल डूब रहा है उसे बचाओ. मगर सिध्दार्थ पानी के बाहर निकला और फटाफट कपडे पहने. संग्राम व प्रतिक ने रितेश से कहा कि उसे डूबने दे, तू शांत बैठ. गोपाल मर गया इस बारे में किसी को मत बताना, अगर तुने बताया तो तुझे भी मार डालेंगे, ऐसी धमकी दी. रितेश को तैरने नहीं आता था इसलिए वह पानी में नहीं उतरा. इसके बाद गोपाल पानी से बाहर निकला ही नहीं. अब वे तीनों रितेश को भी मार डालेंगे, इसलिए रितेश अब तक चुप बैठा था. यह सारा किस्सा प्रफुल्ल शहाणे ने गजानन शहाणे को बताई. इसपर मोर्शी पुलिस ने शिकायत दर्ज कर तीनों आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरु की है.

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