परतवाडा बस स्टैण्ड से अब भी चल रही यात्रियों की चोरी
निजी बस व कालीपीलीवाले बस स्टैण्ड में घुसकर उठाते है यात्री
परतवाडा प्रतिनिधि/दि.१३ – करीब पांच दिन पूर्व दो निजी ट्रैवल्स संचालकों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते जबर्दस्त राडा हुआ था. जिसके बाद उम्मीद व्यक्त की जा रही थी कि, अब निजी बस संचालकों द्वारा बस स्थानक परिसर से यात्री ले जाने का सिलसिला बंद हो जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बल्कि अब भी निजी बस संचालकोें के बीच बस स्थानक परिसर से अधिक से अधिक यात्री हासिल करने की प्रतिस्पर्धा खुले आम चल रही है. साथ ही बस स्थानक से 200 मीटर दूर निजी वाहन खडे करने के नियम का भी खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है. ऐसे में यहां पर एक बार फिर पांच दिन पहलेवाली घटना की पुरावृत्ति होने का खतरा दिखाई दे रहा है.
उल्लेखनीय है कि, पहले ही आर्थिक घाटे में चल रहे राज्य परिवहन निगम को कोरोना काल में यात्री मिलना मुश्किल हो गया है, वहीं लॉकडाउन के चक्कर में रापनि का वित्तीय चक्र रूक गया है और रापनि बस चालकों व वाहकों सहित अन्य कर्मचारियों के वेतन को लेकर गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है. साथ ही अपनी बसों में डीजल भरवाना भी महामंडल के लिए मुश्किल है. इन सभी संकटों का सामना करने के साथ ही महामंडल को निजी ट्रैवल्स संचालकोें की समस्या व स्पर्धा का भी सामना करना पड रहा है, जो बस स्थानक परिसर के पास ही अपनी निजी लक्जरी बसें खडी करते है और इन बसों के एजेंट रापनि के यात्रियों को भगा ले जाते है. विगत दिनों ऐसे ही दो निजी ट्रैवल्स संचालकों की प्रतिस्पर्धा के चलते यहां पर एक ट्रैवल्स संचालक ने दूसरे संचालक की बस पर जबर्दस्त पथराव करते हुए बस के कांच फोड दिये थे. जिससे यहां पर जबर्दस्त तनाव और सनसनी व्याप्त हो गयी थी. साथ ही पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध भी दर्ज किया था. ऐसे में इस घटना को देखते हुए उम्मीद व्यक्त की जा रही थी कि, कम से कम अब बस स्थानक परिसर को निजी ट्रैवल्स बस संचालकों के मकडजाल से मुक्त करा दिया जायेगा, लेकिन हैरत की बात यह है कि, उस घटना के बाद अब भी बस स्थानक परिसर में सबकुछ पहले की तरह चल रहा है और यहां पर अब भी पहले की तरह ही बस स्थानक परिसर के भीतर आकर निजी ट्रैवल्स बस के एजेंट यात्रियों को ले जा रहे है. ऐसे में आम नागरिकों द्वारा पुलिस व आरटीओ की भुमिका पर सवालिया निशान लगाया जा रहा है.