रोजाना ४०० से ५०० ऑक्सीजन सिलेंडर लग रहे है कोविड हॉस्पिटल में
सुरक्षा व अग्निशमन व्यवस्था को लेकर किये जा रहे अतिरिक्त उपाय
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१० – इस समय स्थानीय सुपर स्पेशालीटी अस्पताल में पहली, दूसरी व चौथी मंजील पर कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है. जहां पर शहर सहित जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की लगातार बढती संख्या को देखते हुए बेड की संख्या बढायी जा रही है. साथ ही इस वक्त कोविड अस्पताल में ७० मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर तथा ८ मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है. जिनके लिए यहां रोजाना ४०० से ५०० ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराये जा रहे है. एक साथ इतनी बडी संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडरों के संग्रहण और उपयोग को देखते हुए कोविड हॉस्पिटल में अग्निशमन व्यवस्था सहित किसी भी आपात स्थिति से निपटने के तमाम प्रयास किये गये है. बता दें कि, कोविड हॉस्पिटल में इस समय कुल १५० बेड की व्यवस्था है, जिसमें से १२५ बेड आयसीयू में लगाते हुए वहां पर ऑक्सीजन बेड व वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था की गई है. साथ ही सुपर स्पेशालीटी अस्पताल की इमारत में चौथे माले पर गायनिक वॉर्ड बनाया गया है. जहां पर कोरोना संक्रमित गर्भवति महिलाओ को इलाज हेतु भरती किया जाता है. इस वॉर्ड में ३० बेड की व्यवस्था की गई है. वहीं अब इस हॉस्पिटल में बेड की संख्या को बढाकर ३०० किया जा रहा है. जिसमें से लगभग सभी बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था होगी. साथ ही कुछ बेड पर वेंटिलेटर की व्यवस्था की जायेगी. ज्ञात रहे कि, अब कोविड हॉस्पिटल में लक्षण विरहित मरीजों और सौम्य लक्षणवाले मरीजों को भरती ही नहीं किया जा रहा और ऐसे मरीजों को होम आयसोलेशन के तहत रहने की छूट दी गई है. जिसका सीधा मतलब है कि, अब कोविड अस्पताल में केवल तीव्र लक्षण रहनेवाले तथा स्थिति गंभीर रहनेवाले मरीजों को ही भरती किया जायेगा.
ऐसे में यहां पर सभी मरीजों की जान बचाने और उनका इलाज करने हेतु ऑक्सीजन एवं वेंटिलेटर वाले बेड की व्यवस्था की जा रहीं है. जानकारी के अलावा कोविड हॉस्पिटल में ३०० बेड की व्यवस्था करने के साथ-साथ पीडीएमसी हॉस्पिटल में शुरू किये गये कोविड वॉर्ड में भी ऑक्सीजन व्यवस्था रहनेवाले १०० बेड तैयार करके दिये जा रहे है. उल्लेखनीय है कि, विगत एक सप्ताह के दौरान देश के कुछ हिस्सों से कोविड अस्पतालों में आग लगने की वारदातें सामने आयी है. ज्ञात रहे कि, जिन स्थानों पर एक साथ बहुत सारे ऑक्सीजन सिलेंडरों का संग्रहण व प्रयोग होता है, वहां पर अपेक्षाकृत तौर पर गर्मी का प्रमाण काफी अधिक बढ जाता है और अग्निकांड जैसी वारदातें होने की संभावना बढ जाती है. इस बात के मद्देनजर स्थानीय कोविड हॉस्पिटल में संभावित दुर्घटनाओं को टालने हेतु तमाम आवश्यक उपाय किये गये है और यहां पर ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रणाली को चुस्त-दुरूस्त रखने के साथ-साथ अग्निशमन व्यवस्था को भी जबर्दस्त तरीके से चाकचौबंद रखा गया है.
ऑक्सीजन लगने की सूरत में न घबराये मरीज व उनके परिजन इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर कोविड अस्पताल से संबंधित एक वरिष्ठ अधिकारी व चिकित्सक ने बताया कि, कोरोना संक्रमित मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बडी तेजी से और अचानक कम होने लगती है. ऐसे में मरीजों को ऑक्सीजन मास्क लगाना पडता है, लेकिन ऑक्सीजन मास्क लगाये जाते ही संबंधित मरीज या उसके परिजन काफी घबरा जाते है, लेकिन ऑक्सीजन लगाये जाने पर घबराने की कोई बात नहीं होती. क्योंकि यह बेहद आम व सामान्य बात है. ऐसे में मरीजों व उनके परिजनों ने हिम्मत व हौसला बनाये रखना चाहिए, क्योंकि कोरोना के खिलाफ जंग में हिम्मत और हौसले की ही सबसे अधिक जरूरत होती है.