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कोरोना को नियंत्रित करने किसी भी तरह की ढिलाई ना हो

समीक्षा बैठक में सीएम उद्वव ठाकरे ने दिये प्रशासन को निर्देश

  • संभागीय आयुक्त व जिलाधीशों के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

अमरावती प्रतिनिधि/ दि. १६ – इस समय समूचे राज्य में चहुंओर कोरोना संक्रमण का दूसरा दौर बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है और कई जिले कोरोना संक्रमण के लिहाज से हॉटस्पॉट बने हुए हैं. जिसमें अमरावती जिले व संभाग का भी समावेश है. इस बात के मद्देनजर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अमरावती के संभागीय राजस्व आयुक्त पियुष सिंह सहित संभाग के पांचों जिलाधीशों, जिला शल्य चिकित्सकों, जिला स्वास्थ्य अधिकारियों, मनपा आयुक्तों व पुलिस प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हुए समीक्षा बैठक की, जिसमें सीएम उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कोरोना के संक्रमण और मौजूदा हालात को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन द्वारा तमाम जरूरी कदम उठाये जायें तथा ऐसा करते समय किसी भी किस्म की कोई कोताही या ढिलाई ना बरती जाये. इस बैठक में सीएम ठाकरे ने साफ किया कि फिलहाल सरकार का राज्य में दोबारा लॉकडाऊन लगाने की कोई मंशा नहीं है, लेकिन यदि हालात जल्द ही नियंत्रित नहीं होते हैं, तो फिर इसके अलावा अन्य कोई पर्याय भी नहीं रहेगा.
इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम उद्धव ठाकरे के साथ ही राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे, मुख्य सचिव संजय कुमार सहित राज्य टास्क फोर्स के सदस्य भी शामिल हुए थे. इस बैठक के दौरान प्रशासन को निर्देश दिया गया कि अब रैपीड एंटीजन टेस्ट की बजाय आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाये. साथ ही निजी टेस्ट लैब की बजाय अधिक से अधिक टेस्ट सरकारी कोविड लैब के जरिए करवाई जाये. इसके अलावा कोरोना संदेहितों के थ्रोट स्वैब सैम्पल संकलित करने हेतु अधिक से अधिक सैम्पल संकलन केंद्र भी खोले जायें तथा हर एक कोविड संदेहित व्यक्ति का थ्रोट स्वैब सैम्पल लेकर उसकी जांच की जाये. साथ ही जितने भी लोगों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है, उन्हें अब होम आयसोलेट करने की बजाय आयसोलेशन व कोरोंटाईन सेंटरों में रखा जाये. इस हेतु एक बार फिर पहले की तरह जगह जगह पर आयसोलेशन सेंटर व कोरोंटाईन सेंटर स्थापित किये जायें. उपरोक्त निर्देशों के साथ ही सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि इन तमाम कामों के लिए सरकार की ओर से प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को पूरी सहायता की जायेगी. वहीं प्रशासन को भी हालात नियंत्रित करने के लिए अपनी ओर से तमाम कड़े कदम उठाने होंगे.
इस समय सीएम ठाकरे ने यह भी कहा कि इन दिनों होटल व रेस्टॉरेंट के साथ ही शादी-ब्याह समारोहों में जबरदस्त भीड़भाड़ का आलम दिखाई देने लगा है, ऐसे में इन सभी स्थानों पर लोगों की संख्या को नियंत्रित करने का काम शुरू किया जाये. जिसके तहत सभी होटल, रेस्टॉरेंट्स, लॉन, मंगल कार्यालय जैसे स्थानों पर कड़ी नजर रखी जाये. साथ ही जहां कहीं कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का उल्लंघन होता है, वहां तुरंत ही कड़ी दंडात्मक व कानूनी कार्रवाई की जाये.
सीएम ठाकरे ने कहा कि इन दिनों आम लोग बाग कोरोना की बीमारी को लेकर काफी हद तक बेफिक्र हो चले हैं, किंतु प्रशासन ने कतई बेफिक्र नहीं रहना चाहिए. बल्कि प्रशासन को अब पहले से भी अधिक चुस्त व चौकस रहते हुए काम करना होगा, जिसके तहत बिना मास्क पहने घूमनेवाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये, साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टंसिंग के नियमों को प्रभावी तौर पर लागू किया जाये. साथ ही साथ जिन इलाकों में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने का प्रमाण अधिक है, उन इलाकों में कंटेनमेंट झोन बनाये जायें.
साथ ही सीएम ठाकरे ने कहा कि राज्य में सर्वसामान्य लोगों के लिए लागू की गई महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना को दो माह की समयावृद्धि दी जायेगी. इसी दौरान कोरोना के इलाज हेतु जिन क्षेत्रीय अस्पतालों को कार्यान्वित किया गया है, उनका स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाया जाये. वहीं स्थानीय प्रशासन द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में सभी सार्वजनिक स्थानों, शौचालयों, उद्यानों व बस स्थानकों जैसे स्थानों पर कीटनाशक दवाईयों का छिड़काव करते बुए निर्जंतुकीकरण किया जाये. उन्होंने कहा कि अब यह राज्य की जनता को तय करना पड़ेगा कि हमें नियमों का पालन करते हुए हालात को नियंत्रित करना है या एक बार फिर कड़े लॉकडाऊन का सामना करना है.
वहीं इस समय डेप्युटी सीएम व वित्तमंत्री अजीत पवार ने कहा कि कोरोना नियंत्रण हेतु सभी जिलों को जो निधि आवंटित की गई थी, उसमें से अब तक अखर्चित रहनेवाली निधि को आगामी 31 मार्च तक खर्च करने की अनुमति दी गई है. साथ ही स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने सभी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द करने तथा ऐसे किसी भी आयोजन को अनुमति नहीं दिये जाने के संदर्भ में प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिये.

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  • जिलाधीश नवाल ने की राजस्व, पुलिस व स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक

* कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों को लेकर जारी किये निर्देश
वहीं सीएम उद्धव ठाकरे द्वारा ली गई वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के तुरंत बाद जिलाधीश शैलेश नवाल ने शहर एवं जिले के सभी प्रमुख राजस्व, स्वास्थ्य तथा पुलिस अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, इस बैठक में सीएम ठाकरे के साथ हुई बैठक का ब्यौरा पेश करने के साथ ही संबंधितों को कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों को कड़ाई से अमल में लाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये. इस बैठक में जिला परिषद के सीईओ अमोल येडगे, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. हरि बालाजी एन. सहित मनपा, जिला परिषद एवं स्वास्थ्य प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे.
इस बैठक में जिलाधीश नवाल ने कहा कि अब होम आयसोलेशन के नियमों को और अधिक कड़ा किया जायेगा. साथ ही कोविड संक्रमितों को होम आयसोलेशन की बजाय संस्थात्मक आयसोलेशन में रखा जायेगा.जिसके लिए विदर्भ महाविद्यालय में कोरोंटाईन सेंटर को तुरंत शुरू किया जायेगा. इसके अलावा अब सभी निजी लैब में होनेवाली रैपिड एंटीजन टेस्ट को बंद करवाया जायेगा. वहीं सरकारी लैब में भी रैपिड एंटीजन की बजाय आरटीपीसीआर टेस्ट को ही प्राथमिकता दी जायेगी.
इसके अलावा कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों को पूरी कड़ाई के साथ लागू करने का निर्देश देते हुए जिलाधीश नवाल ने कहा कि जहां कहीं इन निर्देशों का उल्लंघन होता पाया जायेगा, वहां सख्त से सख्त कार्रवाई करने हेतु तमाम कदम उठाये जायें.
इसके साथ ही जिलाधीश नवाल ने सभी लोगों से कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का स्वयंस्फूर्त तौर पर पालन करने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे पहले जनसहभागिता के जरिए ही कोरोना को लेकर स्थिति नियंत्रित की जा सकी थी, लेकिन जैसे ही लोगों ने नियमों को लेकर लापरवाही बरतनी शुरू की, वैसे ही अब स्थिति बिगडऩी शुरू हो गई है. अत: अब ये सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम सभी कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करें, ताकि इस संक्रमण को रोका जा सके.

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