‘उस’ जमीन से पूर्व महापौर डोंगरे व महादेव संस्थान का कोई लेना-देना नहीें
पत्रवार्ता में माधव शेंडे के परिजनों ने दी जानकारी
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वडाली के महादेव संस्थान मंदिर की जमीन का मामला
अमरावती/प्रतिनिधि दि.8 – स्थानीय मौजे वडाली, प्रगणे नांदगांव पेठ, अंतर्गत सर्वे नं. 69/2 में 2.83 हेक्टेयर क्षेत्रफल की भोगवटदार वर्ग-1 जमीन के कुलधारक के तौर पर पिछले 45 वर्षो से माधव सीताराम शेंडे का नाम दर्ज है तथा यह नाम वर्ष 1953-54 में बतौर कुलधारक दर्ज किया गया था. पश्चात माधव सीताराम शेंडे की मृत्यु होने के बाद उनके परिजनों का नाम कुल धारक के तौर पर दर्ज हुआ. किंतु बावजूद इसके महादेव संस्थान द्वारा इस जमीन को हथियाने के अनेकोें प्रयास किये गये. जिसे लेकर एक लंबी अदालती लडाई भी चली. जिसमें विभिन्न स्तर पर हार जाने के बाद अब वडाली स्थित महादेव संस्थान द्वारा मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है. साथ ही खुद को महादेव मंदिर संस्थान का कर्ताधर्ता बताने वाले पूर्व महापौर अशोक डोंगरे द्वारा इस जमीन के मामले को लेकर आम नागरिको को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है. इस आशय की जानकारी यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में शेंडे परिवार की ओर से दी गई.
इस पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए माधव सीताराम शेंडे के परिजनों तथा उनके वकील एड. उमेश इंगले व एड. आशिष मनवर नेे कहा कि इस जमीन को लेकर वर्ष 1984-85 से अदालती लडाई शुरू हुई, जो 35 से 38 वर्ष तक अलग-अलग अदालतों व प्राधिकरण में चली और हर स्तर पर शेंडे परिवार की जीत हुई. जिसके बाद शेंडे परिवार को इस जमीन के बिक्री की अनुमति व अधिकार प्राप्त हुए. जिसके अनुसार उन्होंने इस जमीन की कानूनी तौर पर बिक्री की है. किंतु हर स्तर पर केस हारने के बावजूद महादेव संस्थान वडाली द्वारा अब इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है और शेंडे परिवार पर दबाव डाला जा रहा है. जिसकी शिकायत राज्य के मुख्यमंत्री व राज्यपाल से भी की गई है. पत्रवार्ता में आरोप लगाया कि विगत कुछ दिनों से पूर्व महापौर अशेाक डोंगरे द्वारा फर्जी खबरे फैलाकर वडाली परिसर स्थित शेंडे परिवार की जमीन को लेकर आम जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है. अत: कोई भी उनके झांसे में न आए.
इस पत्रवार्ता में माधव सीताराम शेंडे के वारिस के तौर पर विजय प्रभाकर शेंडे, मोरेश्वर माधवराव शेलार, माधुरी शेंडे शारदा वामनराव शिकारी तथा नलू सदाराम माकडे मौजूद थे. जिन्होंने उपरोक्त जानकारी दी.