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पूर्व नियोजीत था दंगे भडकाने का षडयंत्र

जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने किया सनसनीखेज दावा

  • भाजपा पर लगाया आग लगाकर राजनीतिक रोटी सेंकने का आरोप

अमरावती/दि.19 – विगत 12 व 13 नवंबर को अमरावती शहर में हुए दंगे और हिंसा की घटना पूरी तरह से पूर्व नियोजीत थी और इसे षडयंत्रपूर्वक अंजाम दिया गया. इस आशय का सनसनीखेज दावा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा किया गया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, अब जिस तरह एक के बाद एक भाजपा नेताओें द्वारा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया जा रहा है, उसे देखते हुए यह साफ हो गया है कि, इस पूरी हिंसा और दंगे के पीछे भारतीय जनता पार्टी ही थी.
विगत सप्ताह हुई हिंसक वारदातों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, अमरावती में विगत शुक्रवार व शनिवार को हुई हिंसा पूरी तरह से पूर्व नियोजीत रहने की जानकारी साईबर विभाग द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में भी दी गई है. इस दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से बेहद भडकाऊ व जहरीले विचारों एवं फोटोज व वीडियोज फैलाये जा रहे थे. ऐसा दोनोें ओर से कट्टरवादी विचारों के लोगों द्वारा किया गया, ऐसा भी साईबर विभाग की रिपोर्ट कहा गया है. जिसके आधार पर जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, यह सब वोटों का ध्रृवीकरण करने हेतु किया गया है और इस धृ्रवीकरण का फायदा किसे होगा, यह सभी जानते है.
जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, साईबर विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 12 व 13 नवंबर को अमरावती वॉयलेन्स हैशटैग का प्रयोग करते हुए कुछ मिनट के भितर 4 हजार ट्विट व पोस्ट किये गये. इसी तरह से ट्विटर, फेसबुक व इंस्टाग्राम के जरिये भी बेहद भडकाउ पोस्ट शेअर की गई. जिसमें विशिष्ट समाज की धार्मिक भावनाएं भडकाने हेतु गलत जानकारीवाली वीडियो शेअर की गई थी. ऐसे में त्रिपुरा में घटित घटना का गलत वर्णन करते हुए तनाव निर्माण करनेवाली पोस्ट को तुरंत सोशल मीडिया से हटाने का निर्देश साईबर विभाग द्वारा जारी किया गया है. जिससे साफ है कि, यह सब करते हुए लोगों की धार्मिक भावनाओं को भडकाकर महाराष्ट्र में असंतोष व अस्थिरता पैदा करने की साजीश की गई थी, ताकि इसका फायदा वोटों का धृ्रवीकरण करते हुए उठाया जा सके.
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के मुताबिक इस हिंसाचार में दोनों ओर के कट्टरवादी गुटों का एकत्रितरूप से समावेश था और इसका फायदा निश्चित रूप से किसे पहुंचनेवाला है, यह जनता को बेहतर तरीके से पता है. क्योंकि अमरावती की जनता बेहद शांतिप्रिय व समझदार है. अत: नागरिकों को चाहिए कि, वे किसी भी तरह की अफवाह का शिकार न हो और पहले की तरह सामाजिक सद्भाव व शांति के साथ रहे.

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