दिशा सालियान मामले में आदित्य को फंसाने मुझ पर था दबाव
पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने डेप्यूटी सीएम फडणवीस को लेकर लगाया आरोप
* अपने पास आरोपों को लेकर पुख्ता सबूत रहने की बात भी कही
* ईडी व सीबीआई से पीछा छुडाने 4 हलफनामों पर दस्तखत करने कहा गया था
* इंकार करने पर 13 माह तक रखा गया जेल में, अनिसं के श्याम मानव ने उजागर किया मामला
* राज्य की राजनीति में फिर भुचाल, आरोप-प्रत्यारोप का दौर होगा शुरु
मुंबई/दि.24 – राज्य में महाविकास आघाडी की सरकार रहते समय तत्कालीन मुख्यंमत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार तथा मंत्री आदित्य ठाकरे व अनिल परब को जांच व कार्रवाई में फंसाने हेतु तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख पर भाजपा द्वारा जबर्दस्त दबाव बनाया गया था. साथ ही उनसे चार झूठे हलफनामों पर हस्ताक्षर करने हेतु कहा गया था. जिसमें से एक हलफनामे में लिखा गया था कि, फिल्म अभिनेता सुशांतसिंह राजपुत की मैनेजर रहने वाली दिशा सालियान के साथ आदित्य ठाकरे ने बलात्कार किया था और फिर उसे एक उंची इमारत से धक्का देकर जान से मार दिया गया. पश्चात इस मामले को आत्महत्या दर्शाया गया. इस तरह का आरोप अंधश्रद्ध निर्मूलन समिति के श्याम मानव द्वारा लगाया गया है. जिसकी पृष्ठी करते हुए अनिल देशमुख ने भी कहा है कि, उनके पास इन तमाम बातों के पुख्ता सबूत भी है और उन पर यह सबकुछ करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री व तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस द्वारा जमकर दबाव डाला गया था. लेकिन उन्होंने इस दबाव के आगे झुकने से इंकार कर दिया, तो उन्हें 13 महिने के लिए जेल में डाल दिया गया. अंनिस के प्रा. श्याम मानव द्वारा राज्य के पूर्व मंत्री व राकांपा नेता अनिल देशमुख के संदर्भ में भाजपा पर लगाये गये सनसनीखेज आरोपों और इन तमाम आरोपों की अपनी स्तर पर पूर्व मंत्री अनिल देशमुख द्वारा पुष्टि किये जाने के चलते अब राज्य की राजनीति में एक बार फिर भुचाल आने की पूरी संभावना है. साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुुरु होने के आसार जताये जा रहे है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, अंनिस के मुखिया प्रा. श्याम मानव द्वारा दावा किया जा रहा है कि, राज्य में महाविकास आघाडी की सरकार रहते समय देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अजीत पवार, अनिल परब व संजय राउत को जेल में डालने की योजना बनाई थी. जिसके तहत मुंबई पुलिस के तत्कालीन आयुक्त के जरिए पत्र लिखवाया गया कि, महाराष्ट्र के तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उन्हें 100 करोड रुपए की रकम जमा करने हेतु कहा था. जिसके बाद इसी पत्र का आधार लेते हुए अनिल देशमुख के पास चार प्रतिज्ञापत्र भेजे गये और संदेश दिया गया कि, यदि उन्हें 100 करोड रुपए की धन उगाही मामले में ईडी की कार्रवाई से बचना है, तो इन चारों प्रतिज्ञापत्रों पर हस्ताक्षर करने होंगे. इसमें से एक प्रतिज्ञापत्र में लिखा गया था कि, महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अनिल देशमुख को मातोश्री बंगले पर बुलाकर 100 करोड रुपए जमा करने हेतु कहा था. वहीं दूसरे प्रतिज्ञापत्र में लिखा गया था कि, आदित्य ठाकरे ने ही दिशा सालीयान के साथ बलात्कार करते हुए बाद में उसकी हत्या की थी और फिर उस मामले को आत्महत्या का स्वरुप दिया गया था. इसके अलावा तीसरे प्रतिज्ञापत्र में कहा गया था कि, तत्कालीन परिवहन मंत्री अनिल परब द्वारा कुछ गैरकानूनी निर्माण कार्य किये गये है. इन सबके साथ ही चौथे प्रतिज्ञापत्र में कहा गया था कि, तत्कालीन उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अनिल देशमुख को अपने देवगिरी बंगले पर बुलाया था. जहां पर अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार भी उपस्थित थे. जिनकी मौजूदगी में अनिल देशमुख से कहा गया था कि, राज्य में गुटखा उत्पादन व विक्री करने वाले लोगों से रकम वसूल की जाये. प्रा. श्याम मानव के मुताबिक उस समय तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख काफी तनाव में आ गये थे. क्योंकि उनके समक्ष अपने परिवार व अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर जबर्दस्त दबाव था. परंतु उन्होंने किसी भी प्रतिज्ञापत्र पर हस्ताक्षर नहीं किये. जिसके चलते आगे चलकर उन्हें ईडी द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और वे करीब 13 माह तक जेल में रहे.
प्रा. श्याम मानव द्वारा किये गये इस दावे पर यद्यपि अब तक भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है. लेकिन खुद पूर्व मंत्री अनिल देशमुख ने यह कहते हुए सनसनी मचा दी है कि, प्रा. श्याम मानव द्वारा किये गये सभी दावे पूरी तरह से सही है और उस समय उन पर वाकई उन चारों प्रतिज्ञापत्रों पर हस्ताक्षर करने के लिए जबर्दस्त दबाव था तथा उन प्रतिज्ञापत्रों पर हस्ताक्षर नहीं करने की वजह से ही उन्हें ईडी द्वारा हिरासत में लेकर जेल भेजा गया था. साथ ही साथ अनिल देशमुख ने यह दावा भी किया कि, उनके पास इन तमाम बातों के सभी सबूत भी है. ऐसे मेें अब राज्य की राजनीति में एक बार फिर जबर्दस्त उबाल आने की संभावना भी देखी जा रही है.