घर बैठे निकाले जाने वाले लर्निंग लाइसेंस पर भी रहेगी नजर
जल्द ही परीक्षा ‘इन केैमेरा’ होगी
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गैर मार्ग पर लगेगा अंकुश
अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – कोरोना की पृष्ठभूमि पर परिवहन विभाग ने घर बैठे लर्निंग लाइसेंस देने की सुविधा उपलब्ध कर दी है. किंतु कोई भी परीक्षा दे सकता हेै, इस कारण अंध, अपंगों को भी यह लाइसेंस मिलने की संभावना है. जिससे इस योजना पर ही प्रश्नचिन्ह उपस्थित किया जा रहा था. इसपर उपाय के रुप में लर्निंग लाइसेंस की परीक्षा जल्द ही ‘इन कैमेरा’ होगी.
के्ंरद सरकार ने आधार नंबर का इस्तेमाल कर ‘फेस लेस’ सेवा का लाभ लेने की व्यवस्था की है. उस आधार पर घर बैठे ‘लर्निंग लाइसेंस’ निकालना अधिक आसान हुआ है. उसके लिए उम्मीदवार को परिवहन विभाग के संकेत स्थल पर स्वयं का आधार कार्ड नंबर डालकर पूछी गई जानकारी नोंद कर व रस्ता सुरक्षा का वीडियो देखने के बाद लाइसेंस के लिए आवश्यक रहने वाली परीक्षा देते आती है. इसमें 60 प्रतिशत सही जवाब देने पर लर्निंग लाइसेंस की प्रिंट मिलती है. इस योजना का लाभ अब तक सैकडों उम्मीदवारों ने लिया हैं. कोरोना की पृष्ठभूमि पर आरटीओ कार्यालय की भीड कम करने के लिए और दलालों से मुक्ति देने के लिए यह सेवा उत्तम है. फिर भी परीक्षा पर आरटीओ की नजर नहीं रहती. इस कारण एक व्यक्ति की परीक्षा कोई दूसरा व्यक्ति भी दे सकता है, इस संदर्भ की शिकायतें बढ चुकी है. इसपर परिवहन विभाग के आयुक्त अविनाश ढाकणे ने ‘इन कैमेरा’ लर्निंग लाइसेंस की परीक्षा लेने के लिए प्रयास शुरु किये. ऑनलाइन प्रणाली में इस तरह के बदलाव किये जा रहे है.
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… तो लाइसेंस के लिए कायम अपात्र
दूसरे के नाम से लर्निंग लाइसेंस की परीक्षा देने के मामले में दोषी पाये जाने वाला आवेदनकर्ता मोटर वेहिकल कानून के अनुसार लाइसेंस के लिए कायम रुप से अपात्र रहता है. इससे महा-ई-सेवा केंद्र, ड्राईविंग स्कूल व इंटरनेट कैफे पर ध्यान देकर यह प्रकार होता हेै तो कार्रवाई करने की सूचना परिवहन विभाग ने आरटीओ अधिकारियों को दी हैं. लोगों ने गैर प्रकार के विरोध में आरटीओ कार्यालय में शिकायत करनी चाहिए इस तरह का आह्वान भी किया गया है.
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परीक्षा का महत्व समझाया तो गैरप्रकार थमेंगे
मोटर वेइकल कानून के अनुसार ड्राईविंग लाइसेंस के लिए परीक्षा देना आवश्यक है. संबंधित आवेदनकर्ता को ट्राफिक नियमों का, चिन्हों का व वाहन चालकों की जिम्मेदारी का महत्व बताने वाली यह परीक्षा रहती है. इस प्रणाली का इस्तेमाल करते समय पालकों ने उनके पाल्यों को परीक्षा का महत्व समझा दिया तो इस प्रणाली का गैर इस्तेमाल नहीं होगा. किंतु कुछ लोग गैर फायदा ले रही है, ऐसी शिकायतें हैं. इस कारण यह परीक्षा ‘इन कैमेरा’ ली जाएगी, प्रणाली में इस तरह का बदलाव किया जाएगा.