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अक्षय तृतीया पर भी सराफा में रहेगा सन्नाटा

  •  कोविड संक्रमण व संचारबंदी के चलते बाजार है बंद

  •  मुहूर्त में ऑनलाईन खरीददारी पर ग्राहकों का जोर

अमरावती/प्रतिनिधि दि.13 – सालभर में साढे तीन महत्वपूर्ण मुहूर्तों में से अक्षय तृतीया को भी एक महत्वपूर्ण मुहूर्त माना जाता है. इस मुहूर्त पर लोगोें द्वारा बडे पैमाने पर सोने-चांदी तथा वाहनोें की खरीददारी की जाती है. किंतु गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोविड संक्रमण के खतरे और लॉकडाउन की वजह से सराफा बाजार बंद रखा गया है. ऐसे में अक्षय तृतीया जैसे महत्वपूर्ण पर्व पर सराफा बाजार सन्नाटे के साये में रहेगा. हालांकि इस बार ग्राहक सोने व चांदी की ऑनलाईन खरीददारी कर सकेंगे. जिसके लिए कई सराफा व्यवसाईयों ने अपनी ओर से तमाम आवश्यक तैयारियां पूर्ण की है. ऐसे में उम्मीद जतायी जा रही है कि, भले ही अक्षय तृतीया के पर्व पर इस बार हर वर्ष की तरह जमकर आर्थिक लेन-देन न हो, किंतु फिर भी 25 फीसदी तक ग्राहकी हो सकती है.
बता दें कि, इस समय अमरावती शहर व जिले सहित समूचे राज्य में आगामी 15 मई तक कडा लॉकडाउन लागू किया गया है और 14 मई को अक्षय तृतीया का पर्व पड रहा है. प्रति वर्ष अक्षय तृतीया पर सराफा बाजार में अच्छीखासी ग्राहकी का आलम रहता है और अधिकांश लोग कुछ न कुछ मात्रा में सोने व चांदी की खरीददारी करते है. किंतु विगत वर्ष अमरावती शहर में 4 अप्रैल को सराफा बाजार के पास स्थित रिहायशी बस्ती से पहला कोविड संक्रमित मरीज पाया गया था. साथ ही अप्रैल व मई माह के दौरान इसी परिसर के आसपास स्थित बस्तियों से कोरोना संक्रमित मरीज पाये जा रहे थे. इस दौरान देशव्यापी लॉकडाउन भी चल रहा था. ऐसे में अप्रैल व मई माह के दौरान सराफा बाजार पूरी तरह से बंद रखा गया था. इसी दौरान गुढीपाडवा व अक्षय तृतीया जैसे पर्व पडे थे. इन दोनों पर्वों पर सोने-चांदी की अच्छीखासी खरीददारी होती है, किंतु गत वर्ष ऐसा नहीं हो पाया. साथ ही इस वर्ष भी हालात लगभग वैसे ही है और पहले की तुलना में कोविड संक्रमण का खतरा कई गूना अधिक बढ गया है. जिसकी वजह से राज्य सरकार द्वारा आगामी 15 मई तक समूचे राज्य में कडी संचारबंदी लागू की गई है. साथ ही अमरावती जिला प्रशासन द्वारा संचारबंदी के तहत समूचे जिले में कडे प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किये गये है. जिसके तहत जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को भी बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. ऐसे में सराफा दुकानों के खुलने का सवाल ही नहीं उठता. अत: इस वर्ष भी गत वर्ष की तरह गुढीपाडवा पर सराफा बाजार में सन्नाटा दिखाई दिया और अक्षय तृतीया पर्व पर भी सराफा बाजार सन्नाटे के साये में रहेगा.
हालांकि कमोडिटी बाजार में बडे पैमाने पर सोने का लेन-देन चल रहा है और कई सराफा प्रतिष्ठानों द्वारा ऑनलाईन खरीदी का पर्याय भी उपलब्ध कराया गया है, ताकि लोगबाग अक्षय तृतीया के मुहूर्त में शगुन की खरीदी कर सके. उल्लेखनीय है कि, इस समय शादी-ब्याह का सीझन भी चल रहा है. यद्यपि विवाह समारोह का आयोजन पहले की तरह भव्य-दिव्य प्रमाण पर नहीं हो रहा, किंतु दुल्हा-दूल्हन के लिए स्वर्णाभूषणों की खरीदी की जा रही है. ऐसे में कई सुवर्णकारों द्वारा आभूषणों की घर पहुंच डिलीवरी दी जा रही है और ग्राहकों द्वारा ऑनलाईन पेमेंट किया जा रहा है. लेकिन इन सबके बावजूद सराफा व्यवसाय में पहले की तरह ‘कैश फ्लो’ नहीं हो पा रहा और जैसे-तैसे कामकाज चल रहा है.

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