ये लोग सपने में भी इस्तीफा नहीं दे सकते
अजित पवार ने शिंद व फडणवीस पर कसा तंज
मुंबई दि.12– महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष को लेकर गत रोज सुप्रीम कोर्ट द्बारा सुनाए गए फैसले को लेकर राकांपा नेता अजित पवार ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, यद्यपि इस फैसले के बाद विपक्ष द्बारा सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिए जाने की मांग की जा रही है. लेकिन ये लोग सपने में भी इस्तीफा देने के बारे में नहीं सोच सकते. साथ ही इस समय राकांपा नेता अजित पवार ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी बाजपेयी के नाम का उल्लेख करते हुए कहा कि, बाजपेयीजी की उंचाई और मौजूदा दौर के लोगों की उंचाई में जमीन आसमान का फर्क है. अत: इन लोगों से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिए जाने की उम्मीद भी नहीं रखनी चाहिए.
राकांपा नेता अजित पवार ने कहा कि, 16 विधायकों की अपात्रता का मामला एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष के पास आएगा. ऐसा अनुमान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले ही जता दिया था. साथ ही अजित पवार ने यह भी स्वीकार किया कि, नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया जाना था और उसके द्बारा इस्तीफा दिए जाने के बाद उस पद को रिक्त रखना हम लोगों की काफी बडी गलती थी. पटोले ने इस्तीफा देते समय तत्कालीन मुख्यंत्री को विश्वास में नहीं लिया था. साथ ही पटोले द्बारा इस्तीफा दिए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर महाविकास आघाडी ने तुरंत फैसला लेना था. परंतु ऐसा नहीं हो पाया. जिसके चलते लंबे समय तक विधानसभा उपाध्यक्ष द्बारा सदन का कामकाज चलाया गया. वहीं भाजपा व शिंदे गुट ने सत्ता परिवर्तन के तुरंत बाद सबसे पहले बहुमत के आधार पर विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति की. उस समय यदि महाविकास आघाडी द्बारा पहले से विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति