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इस बार भी नहीं होगी हज यात्रा

हज कमेटी ऑफ इंडिया ने दी जानकारी

  • कोविड संक्रमण के चलते सऊदी अरब ने बाहरी देशों के यात्रियोें को नहीं दी अनुमति

अमरावती/दि.16 – कोविड संक्रमण के खतरे की वजह से लगातार दूसरे वर्ष भारत में रहनेवाले मुस्लिम नागरिक हज यात्रा पर नहीं जा सकेंगे, क्योंकि सऊदी अरब सरकार ने दूसरे देशों के मुस्लिम नागरिकों को लगातार दूसरे वर्ष हज यात्रा पर आने की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया है. ऐसे में वर्ष 2021 की हज यात्रा हेतु हज कमेटी ऑफ इंडिया के पास पहुंचे सभी आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है. वहीं सऊदी अरब में रहनेवाले 60 हजार मुस्लिमों को ही इस बार हज यात्रा के लिए अनुमति दी गई है.
हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मकसूद अहमद खान ने इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल से विशेष तौर पर बात करते हुए बताया कि, वर्ष 2021 की हज यात्रा के लिए हज कमेटी के पास पूरे देश से केवल 58 हजार आवेदन आये थे, जबकि समूचे देश के लिए 1 लाख 75 हजार हज यात्रियों का कोटा तय किया गया. जिसमें से महाराष्ट्र राज्य के लिए 11 हजार 907 सीटों का कोटा दिया गया है और अमरावती जिले के लिए 600 सीटों का कोटा है. प्रतिवर्ष अकेले अमरावती जिले से ही 4 से 5 हजार आवेदन प्राप्त होते है. किंतु इस वर्ष अमरावती जिले से हज यात्रा के लिए केवल 700 आवेदन पेश किये गये. जिनमें अमरावती शहर से 450 व ग्रामीण इलाकों से 250 आवेदन प्राप्त हुए थे. इस वर्ष बेहद कम संख्या में आवेदन मिलने की बात बताते हुए हज कमेटी द्वारा बताया गया कि, अव्वल तो इस वर्ष हज कमेटी द्वारा हज यात्रा के के लिए कोई निश्चित राशि तय नहीं की गई थी. साथ ही 18 वर्ष से कम और 60 वर्ष से अधिक आयुवाले लोगों को हज यात्रा हेतु अनुमति नहीं देने की बात पहले ही तय कर दी गई थी. जिसकी वजह से काफी लोगों ने इस बार आवेदन ही नहीं किये. वहीं जिन लोगों ने आवेदन किये थे, अब उन सभी लोगोें के आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है, क्योंकि सऊदी अरब सरकार द्वारा लगातार दूसरे वर्ष अन्य देशों के नागरिकों को हज यात्रा के लिए सऊदी अरब आने की अनुमति नहीं देने का फैसला लिया गया है. ऐसे में हज कमेटी के सामने आवेदनों को निरस्त करने के अलावा अन्य कोई पर्याय नहीं है.

 

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हमारे पास वर्ष 2021 की हज यात्रा के लिए पूरे देश से केवल 58 हजार आवेदन प्राप्त हुए थे, जबकि कुल कोटा 1 लाख 75 हजार सीटों का है. कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए लगाये गये कडे नियमों व शर्तों के चलते इस वर्ष आवेदनों की संख्या बेहद कम रही. वहीें अब सऊदी अरब सरकार द्वारा लिये गये फैसले के चलते इन सभी आवेदनों को भी निरस्त करना पड रहा है. जिसकी वजह से हज यात्रा पर जानेवाले इच्छूकों को लगातार दूसरे वर्ष मायूसी का सामना करना पडेगा.
डॉ. मकसूद अहमद खान
सीईओ, हज कमेटी ऑफ इंडिया

  •  जिले से भरे गये थे 700 आवेदन

बता दें कि, अमरावती जिला हज कमेटी को 600 सीटों का कोटा दिया गया है. इसकी ऐवज में जिला हज कमेटी के पास प्रतिवर्ष चार से पांच हजार इच्छूकों के आवेदन पहुंचते है. जिनकी जांचपडताल करने के बाद 600 यात्रियों का चयन किया जाता है. किंतु इस वर्ष जिला हज कमेटी के पास समूचे जिले से केवल 700 आवेदन प्राप्त हुए. जिसमें अमरावती शहर के 450 व ग्रामीण इलाकों के 250 आवेदनों का समावेश था. इस वर्ष अमरावती जिले से प्राप्त होनेवाले आवेदनों की संख्या भी बेहद कम रही. लेकिन अब हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा इन सभी आवेदनों को भी निरस्त कर दिया गया है.

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