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इस बार अमरावती को नहीं करना पडेगा ग्रीष्म लहर का सामना

  •  मई माह में अधिकतम 45.5 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है पारा

  •  शेष विदर्भ में बढ सकती है गर्मी की दाहकता

अमरावती/प्रतिनिधि दि.2 – इन दिनों धीरे-धीरे गरमी के मौसम ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिये है और पारा अब उंचा जाने लगा है. जिसकी वजह से धूप की तपीश बढने लगी है. इस समय अमरावती जिले का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है, जो विगत सप्ताह 42 डिग्री सेल्सियस के स्तर तक जा पहुंचा था. ऐसे में फिलहाल मौसम को बीते सप्ताह की तुलना में कम गर्म कहा जा सकता है.
इस संदर्भ में स्थानीय मौसम विशेषज्ञ प्रा. अनिल बंड के मुताबिक जब राजस्थान की ओर से चलनेवाली हवाएं विदर्भ क्षेत्र की तरह आती है, तब गरमी में इजाफा होता है. किंतु इस समय राजस्थान की ओर से चलनेवाली गर्म हवाओं का असर मध्यप्रदेश में देखा जा रहा है. वहीं विदर्भ क्षेत्र में पूरब की ओर से हवाएं आ रही है, जो अपेक्षाकृत तौर पर ठंडी होती है. ऐसे में विदर्भ क्षेत्र में अब तक गर्मी का कोई विशेष असर नहीं देखा जा रहा तथा स्थिति बेहद सामान्य है. साथ ही प्रा. अनिल बंड ने संभावना जतायी कि, इस बार गरमी के मौसम में मई माह के दौरान अधिकतम तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा.यहीं स्थिति पडोसी जिले वर्धा में भी रहेगी. साथ ही अकोला जिले का भी बडा हिस्सा अपेक्षाकृत तौर पर कम तपेगा. किंतु भीषण गरमी के लिए विख्यात चंद्रपुर व गडचिरोली सहित नागपुर, गोंदिया व भंडारा क्षेत्र में इस बार भी अच्छीखासी गरमी पड सकती है. हालांकि इन शहरों में भी अधिकतम तापमान का स्तर विगत वर्षों की तुलना में काफी हद तक कम रहेगा.
उल्लेखनीय है कि, गत रोज चंद्रपुर शहर सहित जिले में अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस था. इस तापमान के साथ गत रोज चंद्रपुर पूरी दुनिया का तीसरा सबसे गर्म शहर रहा. वहीं दूनिया के सबसे गर्म पंद्रह शहरों में दस भारतीय शहरों का समावेश है. विदर्भ में चंद्रपुर के साथ ही ब्रह्मपुरी में 42.1, अकोला में 41.6, नागपुर में 40.6, बुलडाणा में 38.0 तथा गोंदिया में 39.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. इसके अलावा अन्य शहरों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा.

  • कुलर व एसी हो गये शुरू

इन दिनों तेजी से बढ रही गर्मी की वजह से लोगों ने अपने घरों व कार्यालयों में कुलर व एसी का प्रयोग करना शुरू कर दिया है. हालांकि विगत दिनों रहे बदरीले मौसम औरा बेमौसम बारिश की वजह से इस समय गरमी के साथ-साथ तेज उमस भी हो रही है. ऐसे में कुलर काफी हद तक नाकाम नजर आ रहे है. इसमें भी यह सर्वाधिक उल्लेखनीय है कि, इस समय दिन और रात के तापमान व वातावरण में जमीन-आसमान का फर्क है. जिसकी वजह से कई तरह की मौसमी बीमारियां भी बडी तेजी से पांव पसार रही है. साथ ही इन दिनों कोविड की संक्रामक महामारी का भी खतरा बना हुआ है.

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