अमरावतीमुख्य समाचार

इस बार नवरात्र भी रह सकती है फीकी-फीकी

  • शहर में दुर्गोत्सव व गरबा की धूम दिखाई देना मुश्किल

  • दशहरा मैदान पर होनेवाले समारोह को लेकर भी संभ्रम कायम

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२३ – इस समय यद्यपि लॉकडाउन संबंधि तमाम दिशानिर्देश तथा आपत्ति व्यवस्थापन अधिनियम, महामारी प्रतिबंधात्मक अधिनियम और जमावबंदी कानून की धाराएं आगामी ३० सितंबर तक ही लागू है और सरकार एवं प्रशासन द्वारा फिलहाल लॉकडाउन को आगे बढाने के संदर्भ में अब तक कोई संकेत नहीं दिया गया है. लेकिन फिर भी कोरोना को लेकर जारी हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि, लॉकडाउन के आगे बढने के पूरे आसार है. यदि ऐसा होता है तो आगामी माह में पडनेवाला दुर्गोत्सव एवं शारदोत्सव का पर्व भी सूना-सूना ही रहेगा और इस बार नवरात्रोत्सव की भी चमक दिखाई नहीं देगी. बता दें कि, अमरावती शहर सहित जिले में ९ दिवसीय नवरात्रोत्सव बडी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दौरान अमरावती शहर में जहां एक ओर अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिरों में नवरात्र उत्सव की जबर्दस्त धूमधाम रहती है,
वहीं राजकमल चौक से गांधी चौक के बीच नवरात्री का मेला भी सजता है. जिसमें २१४ लाईसेन्सधारक दुकानोें के साथ कई छोटी-बडी दुकाने लगती है. इसके साथ ही अमरावती शहर में ६६५ सार्वजनिक मंडलों द्वारा दुर्गोत्सव व ९६ मंडलों द्वारा शारदोत्सव मनाया जाता है और करीब १० स्थानों पर सार्वजनिक गरबा उत्सव का आयोजन किया जाता है. जिसमें गल्र्स हाईस्कूल चौक, होटल ग्रैण्ड महफिल, भक्तिधाम मंदिर, कालाराम मंदिर एवं उजंबा वाडी जैसे स्थानों पर आयोजीत होनेवाले गरबा में काफी धूमधाम रहती है. इसके अलावा जिले के पांच स्थानों पर स्थित देवी मंदिरों में नवरात्रोत्सव बडी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. जिसके तहत नेरपिंगलाई स्थित पिंगलादेवी गढ, अंजनगांव स्थित मुèहादेवी, परतवाडा स्थित वाघामाता मंदिर और चिखलदरा स्थित देवी पॉइंट पर भाविक श्रध्दालुओं की भारी भीड उमडती है. वहीं जिले के सभी तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी बडी धूमधाम के साथ सार्वजनिक दुर्गोत्सव व शारदोत्सव मनाया जाता है. लेकिन इस वर्ष विगत मार्च माह से सभी पर्वों व त्यौहारों पर कोरोना संक्रमण की काली छाया मंडराती देखी गयी और सभी पर्व व त्यौहार पूरी तरह से सन्नाटे के बीच होकर गुजरे.
जिनमें जबर्दस्त धामधूम एवं तडक-भडक के लिए जाने जाते गणेशोत्सव का भी समावेश था. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि, अनलॉक की प्रक्रिया के तहत शायद जारी माह के अंत तक सरकार एवं प्रशासन द्वारा छूट का दायरा बढाया जाये, क्योँकि इस समय तक अनलॉक के बावजूद भी सभी धार्मिक स्थल बंद है और धार्मिक व सामाजिक आयोजनों को फिलहाल कोई अनुमति नहीं दी जा रही. ऐसे में अब सभी की निगाहें इस बात की ओर लगी हुई है कि, संभवत: ३० सितंबर के बाद सरकार द्वारा धार्मिक व सामाजिक आयोजनों के लिए किसी तरह की कोई छूट दे दी जाये. लेकिन राज्य के अधिकांश जिलों, विशेषकर अमरावती व नागपुर संभाग का समावेश रहनेवाले विदर्भ क्षेत्र के जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए फिलहाल ऐसी कोई छूट मिलने की संभावना बिल्कूल भी नहीं दिखाई दे रही और यदि ऐसी कोई छूट नहीं मिलती है तो गणेशोत्सव की तरह ही नवरात्रोत्सव के भी बेहद सादे व सामान्य ढंग से आकर गुजर जाने का पूरा अंदेशा है.

अंबादेवी मेले में आते है दूर-दराज के भाविक

उल्लेखनीय है कि, प्रति वर्ष नवरात्र के अवसर पर राजकमल से गांधी चौक के बीच नवरात्र का मेला लगता है. जिसमें तरह-तरह की जीवनोपयोगी वस्तुओं, खिलौनों एवं खाद्यपेय पदार्थों की दूकाने लगती है. अंबादेवी को अमरावती सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र की कुलदेवी माना जाता है. ऐसे में यहां पर नवरात्र के दौरान दूर-दराज से भाविक श्रध्दालु दर्शन करने हेतु आते है और यहां लगनेवाले मेले में जमकर खरीददारी भी करते है. जिससे यहां काफी भीडभाड और चहल-पहलवाला वातावरण रहता है. लेकिन इस वर्ष कोरोना के चलते सोशल डिस्टंqसग को लेकर बेहद कडे दिशानिर्देश जारी है और किसी भी सार्वजनिक स्थल पर भीडभाड करने को अनुमति नहीं दी जा रही. ऐसे में इस बार नवरात्री पर्व पर अंबादेवी के मेले का आयोजन होना मुश्किल दिखाई दे रहा है.

दशहरा मैदान पर शौर्य महोत्सव को लेकर भी संभ्रम

ज्ञात रहे कि, विगत अनेक वर्षों से स्थानीय बडनेरा रोड स्थित दशहरा मैदान पर दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल द्वारा विजयादशमी महोत्सव का आयोजन किया जाता है. जिसे शौर्य महोत्सव के तौर पर भी जाना जाता है. इस महोत्सव में हव्याप्रमं के शारीरिक शिक्षा विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा एक से बढकर एक शारीरिक क्रीडा व व्यायाम संबंधी करतब पेश किये जाते है. जिसे देखने हेतु शहर के सैंकडों-हजारों लोग दर्शकदीर्घा में उपस्थित रहते है, लेकिन इस वर्ष विजयादशमी पर्व के उपलक्ष्य में दशहरा मैदान पर यह आयोजन होगा अथवा नहीं, इसे लेकर भी फिलहाल संभ्रम दिखाई दे रहा है.

Related Articles

Back to top button