इस बार सरकारी खर्चे पर कोई नहीं जाएगा हज, सभी वीआईपी कोटे खत्म
अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हज यात्रा को लेकर किए बड़े बदलाव
नई दिल्ली दि.29 – मुस्लिम समाज में हज यात्रा बेहद ही पाक मानी जाती है. कहा जाता है कि हज किए बिना किसी मुस्लिम का जीवन पूरा नहीं होता है. हर मुस्लिम कोशिश करता है कि वह अपने जीवन में एक बार हज यात्रा कर सके. भारत से हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का सरकार काफी सुविधाएं उपलब्ध कराती है और यात्री सरकार की देखरेख में ही हज पर जाते हैं. सऊदी अरब के साथ द्विपक्षीय समझौते के अनुसार इस साल के लिए भारत का हज कोटा 1,75,025 तय किया गया है.
इस बार भारत सरकार ने हज यात्रा को लेकर कई बड़े बदलाव किये हैं. अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि इस बार हज के लिए वीआईपी कोटा खत्म कर दिया गया है. इससे पहले वीआईपी लोग सरकारी खर्चे पर सऊदी अरब जाया करते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सकेगा. इसके साथ ही इस बार कोई भी वीआईपी डेलिगेशन का सऊदी अरब नहीं जाएगा.
* 4314 मुस्लिम महिलाएं बिना सगे संबंधियों के हज पर जाएंगी
उन्होंने बताया कि इस बार 4314 मुस्लिम महिलाएं इस बार बगैर महरम (सगे संबधी) के हज पर यात्रा पर जाएंगी. इसके साथ ही इस बार भारतीय हज यात्रियों को लेकर अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय मिलकर काम कर रहा है. इससे पहले अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ही अकेले काम देखता था. स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ आने से हज यात्रियों के जो मेडिकल टेस्ट प्राइवेट होते थे, वे इस बार सरकारी भी हो सकेंगे. स्मृति ईरानी ने बताया कि यह सभी टेस्ट फ्री में होंगे और सभी राज्यों में यह टेस्ट हो सकेंगे. इसके साथ ही जिन यात्रियों को वैक्सीन नहीं लग सकी है, उन्हें राज्य सरकार कैम्प लगाकर वैक्सीन लगवायेगी. इसके साथ ही सभी एमबार्गेशन पॉइंट पर हेल्थ मंत्रालय से जुड़ी टीम मौजूद रहेगी. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की एक टीम सऊदी अरब के शहर मक्का और मदीना जाएगी और वहां भारतीय हज यात्रियों के मद्देनजर हालात का जायज़ा लेगी. उन्होंने बताया कि हज यात्रियों के लिए यह सभी सुविधाएं फ्री में उपलब्ध होंगी.