पुणे/दि.14- अनुकूल स्थिति के परिणाम की वजह से इस बार 27 मई को ही नैऋत्य मौसमी हवाएं देवभूमि केरल तक पहुंच सकती है. जिसके चलते औसत से चार दिन पहले ही मान्सून का देश में आगमन होगा और मान्सूनी हवाएं आगे बढते हुए इस वर्ष करीब एक सप्ताह पहले ही पूरे राज्य को बारिश से सराबोर करेंगी, ऐसा अनुमान मौसम विभाग द्वारा जताया गया है.
उल्लेखनीय है कि, प्रति वर्ष मान्सून का आगमन केरल में 30 मई या 1 जून के आसपास होता है. किंतु भारतीय मौसम विभाग द्वारा शुक्रवार को दी गई जानकारी में कहा गया है कि, दक्षिण अंदमान व बंगाल की खाडी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में मान्सूनी हवाओं के आगे बढने हेतु योग्य स्थिति तैयार हो गई है. साथ ही बंगाल की खाडी में कम दबाववाला पट्टा बन जाने की वजह से मान्सूनी हवाओं के आगे बढने हेतु स्थिति पूरी तरह से अनुकूल है. ऐसे में साधारणत: 22 मई के आसपास अंदमान निकोबार द्वीप समूह पर पहुंचनेवाली मान्सूनी हवाएं इस बार यहां पर 15 मई को ही पहुंच सकती है, जो यहां से आगे बढते हुए निश्चित तौर पर 27 मई तक तटिय राज्य केरल से टकरायेगी. ऐसे में इस वर्ष देश में मान्सून और बारिश का आगमन अन्य वर्षों की तुलना में करीब एक सप्ताह पहले ही हो जायेगा.
* केरल में मान्सून के आगमन की वर्षनिहाय तारीखे व अनुमान
वर्ष अनुमानित तारीख मान्सून पहुंचने की तारीख
2017 30 मई 30 मई
2018 29 मई 29 मई
2019 6 जून 8 जून
2020 5 जून 1 जून
2021 31 मई 30 जून