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इस बार पारा 47 डिग्री पर जाएगा

फिलहाल दोपहर 34 से 36 डिसी तक तथा सुबह 15 डिसी तापमान

  • 10 मार्च के बाद तापमान में धीरे धीरे होगी वृध्दि

  • ग्रीष्मकाल में आग उगलेगा सूरज

अमरावती प्रतिनिधि/ दि.५ – फिलहाल मार्च महिना शुरु हुआ है और गर्मी की आहट लगना अभी से शुुुरु है. इसी में पिछले वर्ष लंबित रही बारिश के कारण इस वर्ष शितकाल ज्यादा समय तक महसूस नहीं हुआ, लेकिन अब विदर्भ का पारा चढना शुरु हुआ है. आने वाले समय में पश्चिम विदर्भ के तापमान में बडी मात्रा में वृध्दि होगी. इस बार पारा 47 डिग्री पर पहुंचने की संभावना रहने का अंदाज मौसम विशेषज्ञ डॉ.अनिल बंड ने व्यक्त किया है.
पिछले चार-पांच दिनों से बंगाल की उपखाडी पर चक्राकार हवाएं निर्माण हुई है. जिससे बाफयुक्त हवाएं विदर्भ में आ रही है. परिणाम स्वरुप पिछले कुछ दिनों से सुबह के तापमान में वृध्दि होने लगी है. दोपहर का तापमान 34 से 36 डिसी तक गया था. वहीं सुबह का तापमान 16 से 17 डिग्री तक बढ चुका था. किंतु अब बंगाल की उपखाडी पर यह प्रभाव कम होने से और उत्तर दिशा से बहने वाली हवाओ के कारण आगामी 2-3 दिन तापमान में कुछ प्रमाण में कमी आयेगी, जिससे दोपहर का तापमान 34 से 35 डिग्री सेल्सियस रहेगा. वहीं सुबह का तापमान भी 15 डिग्री तक लुढकने की संभावना है. उसके बाद 10 मार्च के बाद तापमान में धीरे धीरे वृध्दि होनाा शुरु होगा.
मार्च महिने की 20 तारीख से दोपहर का तापमान 38 डिग्री के आगे जाने की संभावना है. साथ ही मार्च के अंत में तापमान 38 से 40 तक बढने की संभावना है. 15 अप्रैल के बाद तापमान 45 डिग्री के आगे जाने की संभावना है. अब सूर्य का उत्तरायण शुरु हुआ है. जिससे गर्मी का पारा चढने लगा है. किंतु बीच बीच में उत्तर से आने वाले ठंड हवाओं के चलते उसका प्रभाव कुछ प्रमाण में कम होता है. पिछले वर्ष मेघालय पर वेस्टर्न डिस्टर्ब आने से अपनी ओर कई बार बारिश हुई और बदरिला मौसम भी था. उसमें लॉकडाउन रहने से लोग घर में थे. जिससे लोगों को पिछले वर्ष गर्मी की कोई खास त्रासदी महसूस नहीं हुई. किंतु इस बार वेस्टर्न डिस्टर्ब की तीव्रता तुलनात्मक कम रहने से इस वर्ष गर्मी ज्यादा महसूस होगी, ऐसा अंदाजा है तथा ग्रीष्मकाल में 44 डिग्री से ज्यादा तापमान काफी दिन रहेगा, ऐसा अनुमान भी बंड ने व्यक्त किया है.

  • मई में बदरिले मौसम की संभावना

पिछले वर्ष अमरावती का तापमान 46 डिग्री तक बढ चुका था और इस वर्ष भी यहीं स्तर कायम रहने की संभावना है. 15 मार्च के बाद तापमान बढने लगेगा. ज्यादा से ज्यादा गर्मी की तीव्रता अप्रैल के अंत में महसूस होगी और मई महिने में फिर कुछ प्रमाण में बदरिला मौसम रहने से तापमान कम होगा, ऐसा अनुमान भी व्यक्त किया गया है.

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