परतवाड़ा/मेलघाट दि. 22 -कोरोना महामारी के चलते आम इंसान का जीना दूभर हो चुका है.कोविड संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष 26 मई,बुध्दपुर्णिमा को मेलघाट में बाघों की गणना नही की जाएंगी.महामारी के चलते यह लगातार दूसरा वर्ष है जब गणना रद्द करने का फैसला वनाधिकारियों को लेना पड़ा है.संक्रमितों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रहते हुए 26 मई को आरक्षित वन क्षेत्र,अतिसंरक्षित वन और अभ्यारण्य में किसी को प्रवेश नही दिया जायेगा.
कोरोना महामारी के बढ़ते व्याप और जान-माल की हो रही हानि को ध्यान में रख मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प ने 26 मई,बुध्दपुर्णिमा को होनेवाली बाघ गणना रद्द करने का निर्णय लिया है. निर्णय के चलते वन्यजीव प्रेमियों में नाराजी है.मानव हस्तक्षेप के चलते वन्यजीवों को सतत खतरे की संभावना रहती है,राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण ने अपने एक पत्र में इस आशय की जानकारी प्रेषित की है.इस कारण वन्यजीव विभाग के प्रधान मुख्य नितिन काकोडकर ने बुध्दपुर्णिमा की बाघ गणना रद्द होने की सूचना सभी को दी है.प्राकृति प्रेमी और पर्यावरण अभ्यासक आदि को व्याघ्र प्रकल्प और अभ्यारण्य में प्रवेश नहीं देने की हिदायत भी अभी अधिकारियों को दी गई.
मेलघाट टाइगर रिजर्व के अलावा पेंच,ताडोबा-अंधारी, नवेगावं-नागझिरा, सह्याद्रि,बोर अभ्यारण्य प्रमुखों को बाघ गणना रद्द होने की इतल्ला दी जा चुकी है.
कोरोना संक्रमणकाल के कारण इस वर्ष 26मई,बुध्दपुर्णिमा को होनेवाली बाघ गणना रद्द की गई है.वरिष्ठों से इस विषय को लेकर पत्र प्राप्त हो चुका.इस कारण प्राकृति प्रेमी,वन्यजीव प्रेमी और पर्यावरण अभ्यासकों को व्याघ्र प्रकल्प अभ्यारण्य में प्रवेश की अनुमति नहीं होंगी.
– ज्योति बैनर्जी ,
क्षेत्रीय निदेशक,
व्याघ्र प्रकल्प,मेलघाट.
क्षेत्रीय निदेशक,
व्याघ्र प्रकल्प,मेलघाट.