पत्नी से मार खानेवाले भी मोदी को जिम्मेदार बतायेंगे
नेता प्रतिपक्ष फडणवीस का विरोधियों पर तंज
नागपुर/प्रतिनिधि दि.26 – महाविकास आघाडी सरकार में शामिल दलों के नेताओं की एक-दूसरे के साथ में पटती नहीं है और सभी लोग एक-दूसरे के पांव खींचने के लिए प्रयास करते रहते है. साथ ही जब ये लोग जनता से संबंधित मसलों को लेकर नाकाम हो जाते है, तो एक सूर में कहना शुरू करते है कि, मोदी ने ये करना चाहिए था और मोदी ने वो करना चाहिए था. ये वो लोग है, जिनकी यदि उनकी पत्नियों द्वारा पिटाई हो जाये, तो वे इसके लिए भी मोदी सरकार को ही जिम्मेदार बतायेंगे. इस आशय का तंज राज्य के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस द्वारा मोदी विरोधियों पर कसा गया.
नागपुर में ओबीसी आरक्षण के लिए किए गए चक्काजाम आंदोलन का नेतृत्व करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, उन्होंने अपने सरकार के कार्यकाल दौरान ओबीसी आरक्षण को टीकाकर रखा था और 57 फीसद आरक्षण के साथ जिला परिषद चुनाव लेने की अनुमति दी थी. किंतु इस सरकार ने इसे लैप्स किया. फडणवीस के मुताबिक यदि राज्य सरकार द्वारा कानून बनाया जाता है, तो 50 फीसद से अधिक रहनेवाले आरक्षण को बचाया जा सकता है और भाजपा ने उस समय यहीं किया था, लेकिन आज राज्य में मंत्री रहनेवाले विजय वडेट्टीवार, नाना पटोले तथा छगन भुजबल जैसे ओबीसी नेता कह रहे है कि, पीएम मोदी ने इम्पिरीकल डेटा नहीं दिया, यानी कुछ भी हुआ, तो उसके लिए विरोधियों द्वारा मोदी जी को ही जिम्मेदार बताया जाना तय है, जबकि ओबीसी को संविधान में कांग्रेस व राकांपा ने नहीं, बल्कि भाजपा ने स्थान दिया और ओबीसी के लिए स्वतंत्र विभाग भी तैयार किया. वहीं वाशिम के कांग्रेस विधायक के पुत्र तथा भंडारा के कांग्रेस कार्यकर्ता द्वारा ओबीसी आरक्षण के खिलाफ याचिका दायर की गई. जिसका सीधा मतलब है कि, ओबीसी आरक्षण को रद्द करवाने के लिए पूरी तरह से कांग्रेस जिम्मेदार है और आज कांग्रेस भी ओबीसी आरक्षण के लिए आंदोलन की नौटंकी कर रही है.