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हजारों युवाओं का हुजुम मोर्चे की शक्ल में सडकों पर उतरा

इस लॉकडाउन का जिले में सभी ओर तीव्र विरोध

  •  ‘मरीज कम है, फिर बार-बार लॉकडाउन क्यों’ लोगों का सरकार से संतप्त सवाल

  •  लॉकडाउन हटाने सीएम ठाकरे से मिलने पालकमंत्री ठाकुर अर्जंट में मुंबई रवाना

  •  हमें लॉकडाउन मंजूर नहीं, शनिवार-रविवार को जनता कर्फ्यू रखेंगे

अमरावती/प्रतिनिधि दि.6 – राज्य सरकार द्वारा समूचे राज्य में 5 अप्रैल से 30 अप्रैल तक लगातार 25 दिनों का लॉकडाउन घोषित किये जाने का निर्णय लिया गया. जिसका अमरावती जिले में हर स्तर पर तीव्र विरोध किया जा रहा है तथा व्यापारियों सहित आम जनता में सरकार के इस फैसले को लेकर गुस्से की भारी व तेज लहर देखी जा रही है. इसके तहत मंगलवार को लॉकडाउन का विरोध करते हुए अमरावती शहर की सडकों पर हजारों युवाओं का हुजुम मोर्चे की शक्ल में निकला. जिन्होंने मनपा कार्यालय पर दस्तक दी. इसके अलावा विगत दो दिनों से कई व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा भी जिला प्रशासन से मुलाकात करते हुए इस लॉकडाउन के खिलाफ ज्ञापन व निवेदन दिये जाने का सिलसिला तेज हो गया है. वहीं इन सबके बीच राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा अमरावती की जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने भी यह स्वीकार किया है कि, फिलहाल अमरावती में कोविड संक्रमण की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है. इसीलिए यहां लॉकडाउन लगाये जाने की जरूरत नहीं है. इस बात को लेकर मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से चर्चा करने हेतु पालकमंत्री यशोमति ठाकुर मंगलवार की दोपहर 3 बजे फ्लाईट से मुंबई रवाना हो गयी है. जहां पर उनकी आज शाम अथवा कल सीएम उध्दव ठाकरे से मुलाकात होना तय है.

बीते रविवार को देर शाम लॉकडाउन के बारे में जारी किये गये आदेश को लेकर सोमवार को पूरा दिन काफी हद तक संभ्रम का वातावरण रहा और लोगबाग यह समझते रहे कि, संभवत: सोमवार से शुक्रवार तक कडे प्रतिबंधात्मक आदेशों के साथ सबकुछ खुला रहेगा तथा शुक्रवार की रात 8 बजे से सोमवार की सुबह 7 बजे तक लॉकडाउन लागू किया जायेगा. जिसके तहत शनिवार व रविवार को सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान व बाजार बंद रहेंगे, किंतु सोमवार की दोपहर यह स्पष्ट हो गया कि, मंगलवार 6 अप्रैल से 30 अप्रैल तक केवल जीवनावश्यक वस्तुओं व सेवाओें को ही खुले रहने की अनुमति दी गई है, तथा अन्य सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों, मॉल्स् व बाजार को अगले 25 दिनों तक लगातार बंद रहना होगा. यह बात समझ में आते ही सप्ताहांतवाले लॉकडाउन के लिए तैयार व्यापारियों सहित आम नागरिकों में जबर्दस्त रोष व संताप की लहर व्याप्त हो गयी और इस लॉकडाउन का व्यापक स्तर पर विरोध किया जाने लगा.
बता दें कि, अमरावती शहर के मध्यस्थल तखतमल ईस्टेट, जवाहर रोड, प्रभात चौक व श्याम चौक परिसर को शहर का प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र माना जाता है. जहां बडे पैमाने पर कपडा, मोबाईल, स्टेशनरी व एक्सेसरीज सहित अन्य सभी तरह की वस्तुओं की दूकाने है. यह पूरा व्यापारिक क्षेत्र इससे पहले लगाये गये दो लॉकडाउन में बंद रह चुका है. वहीं अब सरकार ने तीसरे लॉकडाउन के तहत भी इस दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया है. ऐसे में इन दुकानों में कार्यरत हजारों कर्मचारियों की आंखों के सामने एक बार फिर भूखमरी व बेरोजगारी का खतरा मंडराने लगा. वहीं दूसरी ओर लगातार दूसरी बार ऐन सीझन के समय लागू किये गये लॉकडाउन की वजह से सभी व्यापारियों में भी जबर्दस्त चिंता की लहर देखी गयी. मंगलवार की सुबह सभी दुकानदार हमेशा की तरह अपनी-अपनी दुकानों के सामने पहुंचे. किंतु दुकान किसी ने भी नहीं खोली, बल्कि जगह-जगह पर व्यापारियों के समूह इस नई मुसिबत को लेकर आपस में चर्चा करते दिखाई दिये. वहीं कई दुकानों में काम करनेवाले कर्मचारियों ने इस लॉकडाउन को लेकर संतप्त प्रतिक्रिया देते हुए सरकार विरोधी नारेबाजी करनी शुरू कर दी. साथ ही तखतमल ईस्टेट में काम करनेवाले कई युवाओं ने एक मोर्चे की शक्ल में आगे बढना शुरू किया. यह मोर्चा तखतमल ईस्टेट से निकलकर सरोज चौक, प्रभात चौक, बापट चौक व श्याम चौक होते हुए मनपा कार्यालय पहुंचा. जहां पर मोर्चे में शामिल युवाओं ने मनपा आयुक्त से मिलने का प्रयास किया. किंतु इस समय निगमायुक्त रोडे अपने कार्यालय में नहीं थे. यहां पर भी मोर्चे में शामिल युवाओं ने लॉकडाउन को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

  • कलेक्ट्रेट पर भी लगा रहा व्यापारियों का हुजुम

वहीं दूसरी ओर इस लॉकडाउन के खिलाफ ज्ञापन व निवेदन देने हेतु विभिन्न व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा कलेक्ट्रेट पर दस्तक देते हुए जिलाधीश शैलेश नवाल को अपनी मांगों का ज्ञापन व निवेदन दिया गया. सभी व्यापारी संगठनों द्वारा अमरावती जिले को लॉकडाउन में छूट व सहूलियत दिये जाने की मांग जिलाधीश के मार्फत राज्य सरकार से की गई.

 

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  • अमरावती में लॉकडाउन की जरूरत नहीं, दो दिन का जनता कर्फ्यू मान्य कर सकते है

इस पूरे मामले को लेकर प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने भी यह स्वीकार किया कि, चूकि इस समय अमरावती जिले में कोविड संक्रमण की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है. अत: अमरावती में लॉकडाउन लगाये जाने की कोई जरूरत नहीं है. वे इस संदर्भ में सीएम से बात करने हेतु उन्हें स्थिति से अवगत कराने के लिए मंगलवार की दोपहर 3 बजे फ्लाईट से मुंबई हेतु रवाना हुई है. उन्होंने कहा कि, उनकी आज श्याम या कल सुबह सीएम उध्दव ठाकरे से मुलाकात होगी. इस समय वे उन्हें बतायेंगी की हम अमरावती जिले के लिए शनिवार व रविवार के दो दिवसीय जनता कर्फ्यू को मान्य कर सकते है. लेकिन सोमवार से शुक्रवार के लॉकडाउन को अमरावती में मान्य नहीं किया जा सकता. पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के मुताबिक इससे पहले जब फरवरी माह में कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक थी, तो अकेले अमरावती में ही लॉकडाउन लगाया गया था, जिसे हालात की गंभीरता को समझते हुए अमरावती की जनता ने स्वीकार भी किया था, लेकिन मौजूदा स्थिति में लॉकडाउन को अमरावती जिले के लिए स्वीकार नहीं किया जा सकता.

 

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