तीन दिवसीय तबलीगी इज्तेमा का हुआ आगाज
फजर की नमाज के साथ शुरु हुआ बयानात का सिलसिला
* इज्तेमागाह से शाहबाज खान व माजिद इकबाल की लाईव रिपोर्ट
अमरावती/दि.18 – स्थानीय वलगांव रोड पर नवसारी परिसर स्थित ऑर्चिड इंटरनेशनल स्कूल के पास खाली पडी करीब 22 एकड खुली जमीन पर 18 से 20 फरवरी तक आयोजित तीन दिवसीय तबलीगी इज्तेमा का आज 18 फरवरी की सुबह फजर की नमाज के साथ आगाज हुआ. जब फजर की नमाज के बाद पुणे से आए मौलाना मुबीन साहब का पहला बयान हुआ. इसके साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों से आए अकाबरीन के बयानात का सिलसिला शुरु हुआ. जिसके तहत आज जोहर की नमाज के बाद मेवात से आए मास्टर मुबस्सीर साहब, असर की नमाज के बाद नागपुर से आए मौलाना अब्दूल्ला व मगरीब की नमाज के बाद युपी से आए मुफ्ती रियासत अली साहब का बयान हुआ. सभी ने अपने बयानों में दीन व मजहब के रास्ते पर चलने की हिदायत दी और इज्तेमा में उपस्थित मुस्लिम समाज बंधुओ का मजहब के बारे मेें मार्गदर्शन किया.
इस तीन दिवसीय तबलीगी इज्तेमा में अमरावती सहित अकोला, अंजनगांव, खोलापुर, दर्यापुर, परतवाडा, अचलपुर, मोर्शी, यवतमाल, वर्धा, बुलढाणा व चांदूर बाजार आदि शहरों से बडे पैमाने पर मुस्लिम समाज बंधुओं द्बारा शिरकत की जा रही है. जिनका इज्तेमागाह में एक दिन पहले ही आना शुरु हो गया था और आज सुबह इज्तेमा का आगाज होने तक यहां पर बनाया गया करीब 4 लाख 80 हजार स्क्वेअर फीट का विशालकाय पंडाल पूरी तरह से खचाखच भर चुका था. इसके साथ ही इज्तेमागाह पर अब भी अलग-अलग इलाकों से इज्तेमाईयों व जमातों के आने का सिलसिला चल रहा है.
* जगह-जगह लगे चाय-नाश्ते के स्टॉल
तीन दिवसीय इज्तेमा में इज्तेमाईयों की आमद को देखते हुए वलगांव से लेकर इज्तेमागाह तक करीब 40 स्थानों पर इज्तेमाईयों के स्वागत हेतु चाय व नाश्ते के स्टॉल लगाए गए थे. जहां पर इज्तेमाईयों की खिदमत में स्वयंसेवक सुबह से तैनात हो गए थे. इसके साथ ही इज्तेमागाह में इज्तेमाईयों के भोजन की व्यवस्था हेतु खाने के 16 झोन तैयार किए गए है. जहां पर इज्तेमाईयों के लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा इज्तेमागाह के पास ही विशालकाय मैदान पर भव्य पार्किंग स्थल साकार किया गया है. जहां पर बाहरगांव से आने वाले इज्तेमाईयों के वाहन पार्क किए जा रहे है. साथ ही पार्किंग स्थल के आसपास स्वयंसेवकों द्बारा उपस्थित रहकर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जा रहा है.
* 30 डॉक्टरों की टीम तैनात
तीन दिन तक चलने वाले इज्तेमा में रोजाना करीब 30 से 35 हजार इज्तेमाईयों की मौजूदगी रहेगी. ऐसे समय यदि किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी किसी दिक्कत का सामना करना पडता है, तो उन्हें इलाज व चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु आयोजन स्थल पर अस्थायी क्लिनिक व पांच बेड का हॉस्पिटल भी तैयार किया गया है. जहां पर आईडीएल मेडिकल प्रैक्टीशनर्स एसो. के डॉ. कलीमउल्ला नसीम, डॉ. इमरान अमन खान, सलीमउल्ला नसीम, डॉ. मजहर अली, डॉ. असलम भारती, डॉ. मोबस्सीर, डॉ. मुसा नुरानी, डॉ. शाकीर, डॉ. असीम, डॉ. वाजीद, डॉ. मतीन अहमद, डॉ. उबेद अजर, डॉ. नवेद अहमद, डॉ. नइमोद्दीन, तनवीर पटेल, शफीक अहमद, डॉ. असद नसीम, शेख जरीफ, अतिक खान, उबेद सहित करीब 30 डॉक्टरों व मेडिकल स्टॉफ की टीम तैनात है.
* इज्तेमा में अजान व जमात का टाइम टेबल
नमाज अजान जमात
फजर सुबह 5.40 सुबह 6.15
जोहर दोप. 1.30 दोप. 2.00
असर दोप. 4.50 दोप. 5.15
मगरीब बाद गुरुब बाद अजान
इशा बाद तस्कीन बाद अजान 15 मिनट
* आज इज्तेमागाह में मनेगी शब ए मेराज
तीन दिवसीय इज्तेमा शुरु होने से एक दिन पहले कल शुक्रवार 17 फरवरी को इज्तेमागाह में हजारों मुस्लिम समाज बंधुओं ने जुमे की नमाज अदा की थी. वहीं आज इस तीन दिवसीय आयोजन के पहले ही दिन इज्तेमागाह में शब ए मेराज का पर्व मनाया जाएगा. जिसके तहत रात में इशा की नमाज अदा करते हुए दुआ पढी जाएगी और इसके पश्चात नाफील नमाजे अदा करते हुए पूरी रात इबादत की जाएगी. उल्लेखनीय है कि, मजहबे इस्लाम में शब ए मेराज, शब ए कद्र व शब ए बरात का बेहद महत्व होता है. ऐसे में इज्तेमा के साथ ही शब ए मेराज का पर्व मिलने के चलते इज्तेमाईयों में इस बार के इज्तेमा को लेकर अलग ही उत्साह देखा जा रहा है. इज्तेमा के प्रारंभ में ही जुमा और शब ए मेराज का पर्व रहने के चलते स्टेज से सटकर रहने वाले और जमातो यानी तबलीग हेतु अन्य इलाकों निकलने वाले अफराद तयशुदा तारीख से पहले की इज्तेमा गाह पहुंच चुके थे. ऐसे में इस भव्य आयोजन के लिए जहां एक ओर खिदमत के तायशुदा हजरात अपनी सेवा अंजाम दे रहे है तो वही पुलिस प्रशासन भी व्यवस्था रखने हेतु पूरी तरह तैनात है.
* इस तरह रहा आज का निजाम
आज पहले दिन सुबह फजर की नमाज के बाद हजरत मौलाना मुबीन ने अपनी तकरीर पेश की. तकरीर के बाद सुबह 9.30 बजे भाई मुरसलीन साहब द्वारा कारगुजारी ली गई. उसके बाद तालीम के हल्के हुए फिर थोडे विश्राम के बाद इज्तेमा गाह मे जोहर की नमाज अदा की गई. जोहर की नमाज के बाद मास्टर मुबशशीर साहब द्वारा मजतूरात (महिलाओ के काम) इस विषय पर इस्लाम धर्म की रौशनी मे मार्गदर्शन किया. इसी तरह बाद मे असर की नमाज अदा की गई और असर की नमाज के बाद नागपुर से तशरीफ लाए हजरत मौलाना अब्दुल्लाह साहब ने अपनी तकरीर पेश की. इसी तरह मगरिब की नमाज के बाद दिल्ली मरकज से अकाबीर हजरत मुफ्ती रियासत अली साहब ने तश्कीली बात की.
* इस तरह रहेगा कल का आयोजन
इज्तेमा के दूसरे दिन रविवार को सुबह फजर की नमाज के बाद भाई मुरसलीन साहब मुकामी काम इस विषय पर मार्गदर्शन करेंगे. इसी तरह मुवालिमीन मे मुफ्ती मोहम्मद असलम साहब बात करेंगे और 9.30 बजे तालीम के हल्के भव्य पिंडाल मे होंगे. इसी तरह दोपहर जोहर की नमाज के बाद हाफिज मंजूर साहब अपनी तकरीर पेश करेंगे. असर की नमाज के बाद मौलाना सय्यद मेहमूद अली साहब अपना बयान देंगे और मगरिब की नमाज के बाद हजरत मौलाना शौकत साहब तश्किली बात करेंगे. इसी तरह आरजी मस्जिद मे जोहर की नमाज के बाद परवानो मे मुफ्ती रियासत अली बात करेंगे और असरी तुलबा मे सुबह 10 बजे पिंडाल के आखरी हिस्से मे मौलाना मुबीन और भाई शरीफ मार्गदर्शन करेंगे. इसी तरह ख्वास मे मास्टर मुबशशीर साहब और मुफ्ती फिरोज साहब बात करेंगे.
* अखलाकियत और इंसानियत इस्लाम धर्म का अहम जुज़ – हजरत मौलाना मुबीन साहब
फजर की नमाज के बाद अपनी तकरीर मे हजरत मौलाना मुबीन साहब ने अपनी बात रखते हुए अखलाकियत और इंसानियत को इस्लाम धर्म का अहम पहलू बताया. उन्होंने बताया की को लोगो के दिलो को जीतने के लिए इस्लाम धर्म इंसानियत और अखलाकियत पेश करने का संदेश देता है.
* इस्लाम के अरकानो पर होंगा मार्गदर्शन
आज सुबह से ही इस्लाम धर्म के अरकानो पर हजरात द्वारा मार्गदर्शन किया गया इसी तरह आगामी दो दिन भी इस्लाम धर्म की शिक्षा, दुनिया मे आने का मकसद, तबलीग की अहमियत जैसे अहम पहलुओ पर मार्गदर्शन किया जायेगा.