तीन दिन पहले एक्सप्रेस हाईवे पर हुई थी एक मौत
आष्टी गांव के पास आज फिर मृत मिला काला हिरन
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वनक्षेत्र के बाहर वन विभाग का दुर्लक्ष
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१५ – अमरावती शहर से सटीक मैदानी इलाकों में इन दिनों काले हिरनों की झुंड खाद्य की तलाश में भटकती नजर आती है. वन्य विभाग के बाहर के क्षेत्रों में इन हिरनों की झुंड पर मात्र वन विभाग का पूरी तरह से दुर्लक्ष रहने के कारण एक सप्ताह में दो काले हिरन की मौत की नोंद हुई है. तीन दिन पहले बडनेरा के समीप एक्सप्रेस हाईवे पर एक काले हिरन की किसी अज्ञात वाहन की टक्कर में मौत हुई थी. इस घटना की स्याही अभी सूखी ही नहीं थी कि आज सुबह वलगांव थाना क्षेत्र के तहत आष्टी-टाकरखेडा फाटे के पास एक काला हिरन मृतावस्था में पडा मिला. उसके शरीर को कुछ जख्म भी पाये गए. इस हिरन की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है. वलगांव पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर मृत हिरन की लाश का पंचनामा किया और वन विभाग को इसकी जानकारी दी.
गौरतलब है कि वन विभाग के क्षेत्र के बाहर भी इन दिनों हिरनों की झुंड खाद्य की तलाश में घुमती नजर आती है. अमरावती-नरखेड रेल मार्ग को लगकर वलगांव तक के इलाकों पर नजर डाले तो इस मार्ग पर हमेशा ही हिरनों की झुंड रहती है. इसी तरह बडनेरा के एक्सप्रेस हाईवे को लगकर कोंडेश्वर मार्ग की विरान जगह पर भी काले हिरनों की झुंड दिखाई देती है. हिरनों की एक विशेषता रहती है कि किसी वाहन के आवाज की आहट भी उन्हें हो गई तो यह झुंड की झुंड घबराकर भागने लगती है. तीन दिन पहले बडनेरा में झुंड से बिछडकर एक काला हिरन एक्सप्रेस हाईवे पर आ गया और अज्ञात वाहन की चपेट में उसकी मौत हो गई. उसके बाद आज आष्टी से टाकरखेडा मार्ग पर टाकरखेडा फाटे के पास एक काला हिरन मृतावस्था में पाया गया. आज सुबह खेत में जाने वाले किसी व्यक्ति को यह हिरन दिखा और उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी. खबर मिलते ही वलगांव के थानेदार आसाराम चोरमले तथा एएसआई विनय धुरंदर, विष्णु चव्हाण, रामकृष्ण चंगाल घटनास्थल पहुंचे और उन्होेंने मृत हिरन की लाश का पंचनामा किया और वन विभाग को इसकी जानकारी दी.
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मृत हिरन के मुंह पर जख्म
हालांकि टाकरखेडा फाटे के पास जो काला हिरन मृत पाया गया. उसकी मृत्यु की कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस की प्राथमिक जांच में बताया गया है कि इस मृत हिरने का मुंह फटा था. जिससे आशंका व्यक्त की जा रही थी कि शिकार के इरादे से किसी ने हिरन के खाद्य में गावठी बम तो नहीं रखा. यह खाद्य मुंह में चबाते ही वह गावठी बम फुट गया हो. हालांकि यह बात अभी तक स्पष्ट नहीं हो पायी है किंतु प्राणियों की इस तरह से शिकार की घटनाएं जिले में इससे पहले भी घटीत हुई. बहरहाल वलगांव पुलिस व वन विभाग इस मृत हिरन के मृत्यु की जांच कर रहा है.