अनैतिक संबंधों के चलते हुई वारदात
मलकापुर -/दि.20 अनैतिक संबंधों में रोडा बनी पत्नी को प्रेयसी के साथ मिलकर मार डालने वाले प्रकरण का मुंबई पुलिस ने बडी होशियारी से भांडाफोड किया. पुलिस के जांच दल ने रविवार रात यहां आकर तथा मलकापुर गुप्तचर शाखा के सहयोग से तीन आरोपियों को दबोचा. इन लोगों ने प्रेयसी से विवाहिता का काम तमाम करने 3 लाख रुपए की सुपारी ली थी. इस घटना में मृतका का नाम प्रियंका देवव्रत सिंह रावत (29) है. वह थाने की एक कंपनी में डिजिटल मार्केटींग के काम करती थी. पुलिस ने घटना के कुछ ही समय बाद आरोपी पति देवव्रतसिंह को भी गिरफ्तार किया है. वह मेझॉन कंपनी में कार्यरत था.
15 सितंबर की रात हुआ खून
जानकारी के अनुसार 15 सितंबर की रात नवी पनवेल पूर्व रेल्वे स्थानक के सिडको पॉर्किंग से सटेे एटीएम के पास रात 9.30 बजे प्रियंका रावत की गला चीरकर हत्या कर दी थी. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि, अनैतिक संबंधों के चलते यह मर्डर हुआ है. मृत महिला के पति देवव्रतसिंह का एक महिला से अनैतिक संबंध होने से वह उसके साथ ही रहने लगा था. उसके संबंधों में पत्नी रोडा बनी थी. जिससे उसकी प्रेमिका ने प्रियंका को मार डालने का प्लान बनाया और मलकापुर के रोहित राजू सोनोने से संपर्क किया.
3 लाख की सुपारी, 1 लाख एडवॉन्स
आरोपी रोहित सोनोने अपने 2 साथी दीपक दिनकर चौखंडे और पंकज नरेंद्र यादव के साथ मुंंबई पहुंचा. जहां प्रेमी ने पत्नी को मार डालने 3 लाख की सुपारी दी और 2 लाख रुपए काम हो जाने के बाद देना कबूल हुआ. आरोपियों ने विवाहिता प्रियंका रावत पर नजर रखी. जब वह जॉब से घर लौट रही थी. तब पनवेल रेल स्टेशन के पास उस पर तीखे धारदार शस्त्र से वार किये गये.
पुलिस की तत्परता, पडताल
पुलिस ने घायलावस्था में प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया. मगर बचाया न जा सका. पुलिस ने जांच पडताल आरंभ की. उसके पति देवव्रत व प्रेमिका को दबोच लिया. कडी पूछताछ के बाद आरोपी ने हत्या की सुपारी देना कबूल किया. पुलिस की टीम रविवार सुबह मलकापुर पहुंची. डीबी पथक की मदद से बेलाड क्षेत्र में फिल्मी स्टाईल में पिछा कर तीनों आरोपियों को दबोचा. उन्हें नवी मुंबई पुलिस के हवाले किया. यह कार्रवाई थानेदार विजय सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में डीबी पथक के सहायक पुलिस निरीक्षक सुखदेव मोरखडे, संतोश कुमावत, राठोड, डागोर, सलीम बेग आदि ने की. इस बारे में खांदेश्वर थाने में प्रियंका के ससुर राजेंद्र कुंदनसिंह रावत ने शिकायत दर्ज कराई थी.