प्रभाग ९ के नागरिकों ने कटले में भरकर लाया कचरा फेंका मनपा कार्यालय परिसर में
-
सफाई पर नहीं दिया जा रहा है ध्यान
-
छह-छह दिन तक नहीं आ रही कचरा गाडी
-
संक्रामक बीमारियां पनप रही परिसर में
-
मनपा प्रशासन है अभी भी बेखबर
अमरावती प्रतिनिधि/ दि.२१ – कोरोना महामारी के दौर में भी मनपा प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली का नजारा देखने को मिल रहा है. मनपा प्रशासन की अनदेखी कार्यप्रणाली की वजह से प्रभाग क्रमांक ९ के नागरिकों को अनेक समस्याओं से जुझना पड रहा हैं. प्रभाग ९ में सफाई की पूरी तरह से धज्जियां उड गई है. हालात यह है कि यहां पर घरों से निकलने वाला कचरा भी लेने के लिए छह-छह दिन बाद मनपा की कचरा गाडी पहुंच रही है. जिसके चलते यहां पर गंदगी का अंबार बढते जा रहा है. जिससे त्रस्त प्रभाग के नागरिकों ने आज घरों से निकलने वाला कचरा कटले में भरकर मनपा कार्यालय के बरामदे में लाकर डाल दिया और मनपा प्रशासन की कार्यप्रणाली का विरोध जताया.
यहां बता दे कि शहर का प्रभाग क्रमांक ९ यह वडाली और महादेवखोरी क्षेत्र में बंटा हुआ है.इन दोनों क्षेत्रों में छोटी-छोटी कॉलोनियां बनी हुई है. इन कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के घरों से निकलने वाला कचरा लेकर जाने के लिए मनपा की कचरा गाडी पहुंचती है, लेकिन बीते कई दिनों से कचरा ले जाने वाला वाहन छह-छह दिन के अंतराल से इन क्षेत्रों में पहुंच रहा है. जिसके चलते घरों से निकलने वाला कचरा सड रहा है. जिससे बदबू भी फैल रही है. इतना ही नहीं तो यहां पर लगातार गंदगी बढती जा रही है. जिससे संक्रामक बीमारियों का फैलाव भी हो रहा है.
इन क्षेत्रों में कोविड-१९ के मरीज भी लगातार मिल रहे है. इसके बावजूद मनपा प्रशासन प्रभाग ९ की समस्या पर ध्यान नहीं दे रही है. प्रभाग में गंदगी की सारी हद्दे टूट गई है. बीते पांच माह से मनपा की ओर से यहां की समस्याओं को लेकर कोई भी बैठक नहीं ली गई है. सफाई का यहां पर कोई भी नामो निशान नजर नहीं आ रहा है. नागरिकों के घरों में छह-छह दिनों तक कचरा पडा रहता है, लेकिन यह कचरा ले जाने के लिए मनपा का वाहन नियमित रुप से नहीं पहुंच रहा है. जिसके चलते यहां पर संक्रामक बीमारियां भी फैलती जा रही है. जिससे परेशान नागरिकों ने आज पार्षद पंचफुला चव्हाण के नेतृत्व में घरों से निकलने वाला कचरा एक कटले में डालकर मनपा के बरामदे में लाकर डाला और मनपा प्रशासन की कार्यप्रणाली का निषेध जताया. इस अनुठे आंदोलन में परिसर के चतुर बागडे, सुरेंद्र वानखडे, भैया देशमुख सहित करीब ३५ नागरिक शामिल हुए.