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जावरा परिसर में बाघ के दर्शन ?

राजस्व विभाग ने सर्तक रहने का किया आह्वान

अमरावती/दि.२१ – जिले के तिवसा तहसील क्षेत्र में आनेवाले जावरा परिसर में दो बाघों के दर्शन होने की जानकारी सामने आयी है. जिसके बाद राजस्व विभाग की ओर से सोशल मीडिया पर एक संदेश प्रसारित कर नागरिकों से सर्तक रहने का आह्वान किया गया है. हालांकि राजस्व विभाग की टीम को दिखाई दिए वन्यप्राणी बाघ है या तेंदूआ इस बारे में अब तक स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पायी है. लेकिन तहसील के नागरिकों में भय का माहौल बना हुआ है.
यहां बता दें कि तिवसा तहसील का जावरा से वरूडा क्षेत्र जंगल इलाके में आता है. इस क्षेत्र में तेंदूओ, नीलगाय आदि वन्यप्राणियों के दर्शन नागरिकों को होते है.
शुक्रवार की रात १२ बजे के करीब अवैध रेत ढूलाई करनेवाले वाहनों पर कार्रवाई करने के उद्देश्य से गए राजस्व विभाग के नायब तहसीलदार दत्तात्रय पंधरे व चालक किशोर राठोड को जावरा से वरूडा मार्ग पर दो बाघ दिखाई देने की बात स्पष्ट रूप से कही. जिसके बाद नागरिकों को सर्तक रहने का आह्वान तहसीलदार वैभव फरतारे ने सोशल मीडिया के जरिए भेजे गए संदेश से किया है. बताया जा रहा है कि राजस्व विभाग की टीम को दोनों बाघ सड़क के किनारे दिखाई देने से उनके हाथपैर ठंडे पड़ गए. सरकारी वाहन का लाइट की रोशनी डालते ही दोनों बाघ वहां से जंगल में भाग गए. लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राजस्व विभाग की टीम को मध्यरात्रि के समय जो वन्यप्राणी दिखाई दिए है, वह बाघ है या तेंदूए इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गरमाया हुआ है. जिन इलाकों में हिंसक वन्यप्राणियों का मुक्तसंचार है, वह इलाके वरूडा, जावरा, दापोरी, करजगांव, सातारगांव, फत्तेपुर, सारसी कुल ८ से १० ग्रामीण क्षेत्र है. इन ग्रामीण इलाकों के किसानों की खेतीबाड़ी यहां पर होने से किसान गेंहू, चना फसल को पानी देने के लिए रात के समय खेतों में जा रहे है. इसीलिए परिसर के किसानों सहित नागरिकों से सावधान रहने का आह्वान वनविभाग और राजस्व विभाग ने किया है.

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