-
ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी हलचलों की जबर्दस्त सरगर्मियां
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१४ – जिले की 537 ग्रामपंचायतों की 4 हजार 397 सीटों के लिए कल शुक्रवार 15 जनवरी को मतदान कराया जाना है. इस चुनाव के खुले प्रचार की समयसीमा बुधवार 13 जनवरी की शाम 5.30 बजे खत्म हो गयी. जिसके बाद चुनाव लड रहे सभी प्रत्याशियों द्वारा अपने-अपने ग्रापं क्षेत्र में मतदाताओं से प्रत्यक्ष संपर्क करने पर जोर दिया जा रहा है. साथ ही ‘माउथ टू माउथ कैम्पेन’ करने के साथ ही चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया का भी जमकर सहारा लिया जा रहा है. इस हेतु प्रत्याशियों ने अपने ग्रापं क्षेत्र के मतदाताओें के मोबाईल नंबर हासिल करते हुए वॉटसऍप ग्रुप भी बना लिये है. जिन पर लगातार अपने दावेदारी से संबंधित मैसेज भेजे जा रहे है.
बता दें कि, कोरोना संक्रमण काल के दौरान पहली बार स्थानीय स्वायत्त निकाय से संबंधित कोई आम चुनाव अमरावती जिले में होने जा रहे है, जिसके चलते प्रशासन एवं निर्वाचन विभाग द्वारा कोरोना प्रतिबंधात्मक उपायों को लेकर बेहद सख्त दिशानिर्देश जारी किये गये है. जिसके तहत चुनाव प्रचार के समय पांच से अधिक व्यक्तियोें को प्रचार रैली में शामिल होने की अनुमति नहीं दी. साथ ही चुनाव प्रचार करते समय फिजीकल डिस्टंसिंग के नियमों के संदर्भ में विशेष तौर पर ध्यान देने कहा गया था. ऐसे में इस बार हमेशावाली चुनावी गहमागहमी कहीं पर भी दिखाई नहीं दी, और प्रत्याशियों ने नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद से ही सोशल मीडिया के हथियार का प्रयोग करना शुरू कर दिया था. वही अब चुनाव प्रचार की समयसीमा खत्म होने के बाद सभी प्रत्याशियों द्वारा अपने-अपने प्रभागोें में मतदाताओं के साथ व्यक्तिगत संपर्क करने के साथ ही सोशल मीडिया संदेश भेजते हुए अपना प्रचार कर रहे है.
बता दें कि, शुक्रवार 15 जनवरी को सुबह 7.30 बजे से जिले की 537 ग्राम पंचायतों में मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी. जिसके तहत 851 मतदान केंद्रों पर शाम 5.30 बजे तक करीब 10 लाख मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया जायेगा. इसके साथ ही 4 हजार 411 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो जायेगा. पश्चात सोमवार 18 जनवरी की सुबह मतगणना शुरू होगी, और इसी दिन चुनावी नतीजे घोषित किये जायेंगे. ऐसे में अब सभी में इस चुनाव को लेकर जबर्दस्त उत्कंठा देखी जा रही है.
-
शहर व ग्रामीण पुलिस ने लगाया कडा पुलिस बंदोबस्त
ग्राम पंचायत चुनाव को देखते हुए शहर सहित ग्रामीण पुलिस महकमे द्वारा समूचे जिले में जगह-जगह पर कडा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया है. बता दें कि, अमरावती के 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में से 6 पुलिस थाना क्षेत्रोें में 100 गांवों का समावेश होता है. जिसमें से 60 ग्राम पंचायतोें में चुनाव होने जा रहे है. वहीं शेष ग्राम पंचायतेें ग्रामीण पुलिस महकमे के कार्यक्षेत्र अंतर्गत आती है. ऐसे में पुलिस महकमे द्वारा शहर सहित जिले के सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक पुलिस बंदोबस्त लगाने के साथ ही अति संवेदनशिल मतदान केेंद्रों पर बंदूकधारी जवान भी तैनात किये गये है.
-
आरक्षण को लेकर भी उत्सूकता
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले हमेशा ही ग्राम पंचायत चुनाव से पूर्व सरपंच पद के लिए आरक्षण का ड्रॉ निकाल लिया जाता था. ऐसे में यह पहले से तय हुआ करता था कि, किस ग्राम पंचायत में किस संवर्ग का व्यक्ति सरपंच बनेगा. जिसके चलते पैनल प्रमुखों द्वारा इसके मद्देनजर संबंधित संवर्ग में सशक्त उम्मीदवार आरक्षित प्रभागों से खडे किये जाते थे. किंतु इस बार सरकार द्वारा तय किया गया है कि, सरपंच पद के आरक्षण का ड्रॉ ग्राम पंचायत चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद निकाला जायेगा. ऐसे में ग्रापं चुनाव के परिणामों के साथ-साथ सरपंच पद के आरक्षण को लेकर भी जबर्दस्त उत्सूकता देखी जा रही है. यह उत्सूकता उन ग्राम पंचायतों में भी है, जहां पर नामांकन प्रक्रिया के तुरंत बाद चुनाव निर्विरोध हो गये थे.
-
समूचे विदर्भ में है ग्रापं चुनाव की जबर्दस्त गहमागहमी
अमरावती जिले के साथ ही विदर्भ क्षेत्र के सभी 11 जिलों में इस समय चुनाव को लेकर जबर्दस्त गहमागहमी का आलम है. सभी जिलों में शुक्रवार 15 जनवरी को ही मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी और सभी स्थानों पर 18 जनवरी को मतगणना करते हुए चुनाव परिणाम घोषित किये जायेंगे.
-
जिलानिहाय ग्रापं चुनाव की स्थिति
जिला ग्रापं सीटें प्रत्याशी मतदान केंद्र
अमरावती 537 4397 4411 851
यवतमाल 925 6715 15756 2832
अकोला 234 1741 4411 —
बुलडाणा 527 4805 9664 1989
वाशिम 163 1487 3192 604
नागपुर 129 1181 2798 595
गोंदिया 189 1382 3251 653
भंडारा 148 1236 2745 468
चंद्रपुर 604 4191 9266 1937
गडचिरोली 361 2276 546 1565
वर्धा 50 448 1301 206
-
बाये हाथ की मध्यमा उंगली पर लगेगी स्याही
जिन ग्रापं क्षेत्रों में हाल-फिलहाल कोई चुनाव संपन्न हुआ है और मतदाताओें के बाये हाथ की तर्जनी पर चुनावी स्याही का निशान अब तक पूरी तरह से मिटा नहीं है, तो ऐसे मतदाताओें के बाये हाथ की मध्यमा उंगली पर स्याही लगाने का आदेश निर्वाचन आयोग द्वारा दिया गया है. ऐसे में कई उम्मीदवारोें की मध्यमा उंगली पर चुनावी स्याही लगायी जा सकती है. उक्ताशय की जानकारी देते हुए निर्वाचन विभाग द्वारा बताया गया है कि, सभी मतदाताओं को मतदानवाले समय अपने साथ अपना पहचान पत्र जरूर रखना होगा. जिसकी पडताल करने के बाद ही उन्हें मतदान करने का अवसर दिया जायेगा.