मुख्य समाचारविदर्भ

आज विश्व मौसम दिवस

मौसम विभाग के गटस्तरीय अनुमान यशस्वी

नागपुर/२३ मार्च- कभी हंसी मजाक में कहा जाता था कि जो कभी सच नहीं होते, वह हैं मौसम के अनुमान. वही विभाग के दिन अब बदल गए हैं. मौसम विभाग की भविष्यवाणी अब काफी मात्रा में सही सिध्द हो सही हैं. प्रादेशिक मौसम विभाग गत दो वर्षो से समुचे विदर्भ के लिए जिला और गटस्तर पर जो अंदाज व्यक्त किए वह अचूक रहे. इस आशय का शोध प्रबंध हाल ही में प्रकाशित हुआ है.
प्रादेशिक मौसम विभाग के एम.एल.साहू, लता श्रीधर, अल्बर्ट एन.मिंझ तथा सुलेखा सोनल ने यह शोध निबंध लिखा है. इंटरनैशलन जनरल ऑफ केमीकल स्टडीज% में वह प्रकाशित हुआ है. मौसम विभाग पहले केवल जिलास्तरीय अंदाज देता था. किंतु विदर्भ के किसानो को अधिक मददगार रहने की द़ृष्टी से गत दो वर्षो से सर्कल स्तरीय अनुमान भी दिया जा रहा है. विदर्भ के ११ जिलो में ११९ सर्कल बनाए गए है. सभी सर्कल का अगले पाँच दिनो का स्वतंत्र अनुमान व्यक्त किया जाता है. इसमे केंद्रीय मौसम विभाग के गणितीय मॉडल का आधार लिया जाता है. उससे भी आगे जाकर प्रादेशिक स्तर पर व्हॅल्यु अ‍ॅडीशन किया जाता है. जिससे विदर्भ के तापमान और बारीश इन दो बातो अध्ययन किया जाता है. अध्ययन के आधार पर व्यक्त किया गया अनुमान और केंद्र के मॉडल का आधार लेकर व्यक्त अंदाज अचूक रहने की बात शोध प्रबंध में उल्लेखीत है. गटस्तरीय अंदाज अचूक रहने से किसानो मदद मिल रही है.

Back to top button