कल डॉ. देशमुख समर्थकों का कांग्रेस में प्रवेश
150 से अधिक पदाधिकारी दोबारा थामेंगे कांग्रेस का ‘हाथ’
अमरावती/प्रतिनिधि दि.9 – करीब 12 वर्ष के अंतराल पश्चात पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने विगत माह एक बार फिर अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में अधिकारिक तौर पर प्रवेश कर लिया. ऐसे में 12 वर्ष पूर्व सन 2009 के विधानसभा चुनाव के समय घटित राजनीतिक उठापटक के चलते कांग्रेस से दूर हुए डॉ. देशमुख के बेहद नजदिकी समर्थकों को भी अब कांग्रेस में शामिल होने के लिए रास्ता खोल दिया गया है. जिसके चलते कल शनिवार 10 जुलाई को राजकमल चौक के निकट चौबल वाडा में स्थित शहर कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजीत कार्यक्रम के दौरान डॉ. देशमुख के 150 से अधिक समर्थकों द्वारा कांग्रेस पार्टी में प्रवेश किया जायेगा.
बता दें कि, करीब बारह वर्ष के अंतराल पश्चात कांग्रेस में ‘घर वापसी’ करनेवाले डॉ. सुनील देशमुख का सम्मान करने हेतु कल शनिवार 10 जुलाई को शहर कांग्रेस कमेटी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलु शेखावत की अध्यक्षता में आयोजीत इस कार्यक्रम में बतौर प्रमुख अतिथी जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, कांग्रेस दिव्यांग सेल के प्रदेशाध्यक्ष किशोर बोरकर उपस्थित रहेंगे. इसी कार्यक्रम के दौरान डॉ. सुनील देशमुख के बेहद नजदीकी व कट्टर समर्थक रहनेवाले पूर्व महापौर अशोक डोंगरे, वरिष्ठ समाजसेवी शंकरराव हिंगासपुरे, श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के उपाध्यक्ष दिलीप इंगोले, पूर्व पार्षद गजानन रडके, प्रभा आवारे, कांचन ग्रेसपुंजे, भालचंद्र घोंगडे, विनोद मोदी, कोमल बोथरा, एड. सुनील पडोले व डॉ. दिनेश गवली सहित 150 से अधिक कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस में प्रवेश किया जायेगा.
बता दें कि, वर्ष 2009 के चुनाव में हुई राजनीतिक उठापटक के चलते डॉ. सुनील देशमुख को कांग्रेस द्वारा निष्कासित कर दिया गया था. जिसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मिलकर जनविकास कांग्रेस नामक नई पार्टी बनाई थी और वर्ष 2014 का चुनाव आते-आते डॉ. सुनील देशमुख ने भाजपा का दामन थाम लिया था. हालांकि उनके कई कार्यकर्ताओं ने अधिकारिक तौर पर भाजपा में प्रवेश नहीं लिया था, किंतु वे हर कदम पर अपने नेता के साथ डटे रहे. वहीं अब अपने नेता के वापिस अपनी पुरानी पार्टी में लौट आने के बाद कांग्रेस से दूर चल रहे इन सभी समर्थकों को भी बारह वर्ष पश्चात कांग्रेस में शामिल किया जा रहा है. जिससे निश्चित तौर पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत होगी.