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कल अचलपुर कोर्ट में ‘से’ दाखल करेगी पुलिस

अपर मुख्य वन संरक्षक रेड्डी की जमानत पर सुनवाई

  • दलीले सुनने के बाद ‘ऑर्डर’ कर सकता कोर्ट

अमरावती/प्रतिनिधि दि. 2 – मेलघाट के हरिसाल की वनपरिक्षेत्र अधिकारी दीपाली चव्हाण की आत्महत्या के मामले में अपर मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास रेड्डी व्दारा अचलपुर के सत्र न्यायालय में दाखिल की गई गिरफ्तारी पूर्व जमानत की अर्जी पर कल 3 अप्रैल शनिवार को अचलपुर के न्यायालय में सुनवाई होगी. खबर है कि कल दीपाली चव्हाण आत्महत्या की जांच कर रही महिला अधिकारी पूनम पाटिल इस मामले में न्यायालय में ‘से’ दाखल करेगी. पुलिस व्दारा दायर ‘से’ पर पुुलिस की ओर से की जाने वाली दलील और श्रीनिवास रेड्डी की ओर से न्यायालय में पक्ष रखने वाले एड.दीपक वाधवानी अपना पक्ष रखेंगे. दोनों पक्षों की दलीले सुनने के बाद संभवता कल ही न्यायालय में रेड्डी की याचिका पर ‘ऑर्डर’ भी किया जा सकता है. जिससे न्यायालय रेड्डी की गिरफ्तारी पूर्व जमानत की अर्जी खारिज करता है या उन्हें इस मामले में राहत प्रदान करता है, इस ओर सभी की नजरे लगी हुई है.
उल्लेखनीय है कि 25 मार्च को वनपरिक्षेत्र अधिकारी दीपाली चव्हाण ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के अत्याचार से त्रस्त होकर अपने शासकीय निवास में स्वयं पर सर्विस रिवाल्वर से गोली चलाकर आत्महत्या की थी. आत्महत्या से पहले दीपाली चव्हाण ने अपने सुसाईड नोट में गुगामल के उपवन संरक्षक विनोद शिवकुमार बाला व अपर मुख्य वन संरक्षक रेड्डी पर आरोप किये है. प्राथमिक जांच में ही धारणी पुलिस थाने में विनोद शिवकुमार पर दफा 306 के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं शिवकुमार को फिलहाल न्यायीक हिरासत के तहत अमरावती जेल में भेजा गया है. इसी मामले में राज्य सरकार व्दारा अपर मुख्य वनसंरक्षक श्रीनिवास रेड्डी को निलंबित करने के बाद स्वयं की संभावित गिरफ्तारी को टालने रेड्डी ने अचलपुर कोर्ट में दो दिन पहले ही गिरफ्तारी पूर्व जमानत की अर्जी एड.दीपक वाधवानी के जरीये दाखिल की है. जिसपर न्यायालय ने पुलिस को ‘से’ मांगा है. इसी कारण कल 3 अप्रैल को इस मामले की जांच अधिकारी एसडीपीओ पूनम पाटिल न्यायालय में ‘से’ दाखिल करेगी. इसपर कल ही न्यायालय में सुनवाई और ‘ऑर्डर’ हो सकती है, ऐसा न्यायालयीन सूत्रों का कहना है.

 

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  • क्या रेड्डी को मिलेगी राहत

उल्लेखनीय है कि दीपाली चव्हाण आत्महत्या के मामले में अभी तक पुलिस ने अपर मुख्य वनसंरक्षक श्रीनिवास रेड्डी को सहआरोपी नहीं बनाया है. बावजूद इसके संभावित गिरफ्तारी को टालने श्रीनिवास रेड्डी ने अपने वकील एड.वाधवानी व्दारा गिरफ्तारी पूर्व जमानत की अर्जी दाखिल की. साथ ही अगर अपराध दर्ज हुआ तो गिरफ्तारी से तीन दिन पहले रेड्डी को नोटीस व्दारा पूर्व सूचना देने की अपील न्यायालय से की गई है. जिसमें अब न्यायालय रेड्डी के इंटेरियम बेल की अर्जी पर क्या फैसला सुनाता, क्या न्यायालय रेड्डी को राहत दिलवायेगा, इस ओर सभी की नजरे लगी हुई है.

  • अब तक 13 लोगों के बयान दर्ज

इसी बीच दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामले में जांच अधिकारी एसडीपीओ पूनम पाटिल ने 13 लोगों के बयान दर्ज किये है. वहीं जिस सर्विस रिवाल्वर से दीपाली ने स्वयं पर गोली चलाई, वह रिवाल्वर फारेंसिक जांच के लिए भेजी गई है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने जिन 13 लोगों के बयान दर्ज किये है उनके नाम पुलिस ने गुप्त रखे है, लेकिन ग्रामीण पुलिस ने आज यह बात भी स्पष्ट कि है कि अब तक अपर मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास रेड्डी को आरोपी नहीं बनाया गया है.

  • महिला आईपीएस कर रही शिवकुमार व रेड्डी की जांच

इस बीच वन विभाग की ओर से भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए महिला आईपीएस अधिकारी की ओर से गुगामल के निलंबित उपवन संरक्षक विनोद शिवकुमार और अपर मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास रेड्डी की विभागीय जांच शुरु हुई है. इस बात की पुष्ठी दीपाली चव्हाण की आत्महत्या की जांच कर रही पुलिस ने की है. पुलिस ने यह भी संकेत दिये है कि विभागीय जांच की रिपोर्ट उन्हें जल्द ही प्राप्त होगी और उसके बाद इस मामले की जांच की आगामी दिशा तय होगी.

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