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पर्यटन विकास से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार होंगे निर्माण

पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दी जानकारी

  • पर्यटन व ग्रामीण विकास को लेकर वेबीनार में चर्चा

अमरावती/दि.२७– अमरावती जिले को पर्यावरण की विरासत मिली है. जिले के पर्यटन विकास की संभावनाओं को देखते हुए विविध उपक्रम चलाए जा रहे है. इसी के तहत अमरावती टूर्स और टूरिजम एसोसिएशन की सूचनाओं का भी विचार किया जाएगा. वन और कृषि पर्यटन विकास से ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर निर्माण होंगे, यह विश्वास राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने जताया. अमरावती टूर्स व टूरिजम एसोसिएशन की ओर से विश्व पर्यटन दिवस पर पर्यटन व ग्रामीण विकास विषय पर आयोजित वेबीनार में वे बोल रही थीं.
वेबीनार में देश विदेश के पर्यटन व्यवसायिक व विशेषज्ञ शामिल हुए. सांसद नवनीत राणा, विधायक सुलभा खोडके ने इस उपक्रम को शुभकामनाएं दी. वहीं वेबीनार में जिलाधिकारी शैलेश नवाल, मलेशिया से प्रसाद चंद्रा, नरेश रावल, हरमन सिंग आनंद, संगठन के अध्यक्ष बबन कोल्हे, संजय हेमनानी, दिनेश अग्रवाल, डॉ. अंजली ठाकरे ने सहभाग लिया.
पालकमंत्री ने कहा कि मेलघाट और वनसंपदा से घिरे अमरावती जिले के पर्यटन विकास की अनेक संभावनाएं है. जिसके तहत जगह-जगह पर्यटन की दृष्टि से उपक्रम चलाने की जरूरत है. कौंडण्यपुर जैसे अनेक धार्मिक व पर्यावरण से संबंधित स्थल जिले में है.
जिलाधिकारी नवाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन विकास विभाग की ओर से रोजगार के मौके उपलब्ध करवाने के लिए होम स्टे आदि विविध उपक्रम चलाने का नियोजन है. पर्यटन को लेकर नागरिकों की बढऩेवाली दिलचस्पी से पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलने के साथ ही आर्थिक विकास में भी सहयोग मिलेगा.
वेबीनार में मोहित आहूजा, नंदिनी मुले, खुश जैन, अमृता गुल्हाने, मोहित देशपांडे, दिपक शिंदे, महेंद्र कांबले, सारंग राऊत, नंदकिशोर शिरभाते, सचिन कुलकर्णी, चेतन हरणे, गोपाल लोहिया आदी उपस्थित थे.

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