आदिवासी विधायकों ने की राज्यपाल से भेंट
मणिपुर की घटना को लेकर जताया निषेध
मुंबई/दि.28 – मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुए अत्याचार तथा आदिवासी समाज के साथ हो रही हिंसक घटनाओं को लेकर अपना विरोध जताने के लिए राज्य के आदिवासी विधायकों ने आज राजभवन जाकर राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की. साथ ही उन्हें निवेदन सौंपकर मांग उठाई कि, मणिपुर में आदिवासी समाज के साथ हो रही अन्यायकारी घटनाओं को तुरंत रोका जाए, साथ ही इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार रहने वाले अपराधिक तत्वों की गिरफ्तारी कर उन्हें कडी से कडी सजा दी जाए.
विधानसभा के उपसभापति नरहरि घिरवल के नेतृत्व में विधायक राजकुमार पटेल, देवराव होली, मंजूला गावित, सुनील भुसारा, दौलत दरोडा, आमाशा पाडवी सहित कुल 13 आदिवासी विधायकों ने आज राजभवन जाकर राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात करते हुए उन्हें अपने रोष व संताप से अवगत करवाया. साथ ही महाराष्ट्र के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में पेसा कानून को कडाई से लागू करते हुए राज्य में आदिवासी समाज को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाए जाने का निवेदन किया. साथ ही यह भी कहा कि, महाराष्ट्र में आदिवासी सलाहकार समिति की बैठक विगत 5 वर्षों से नहीं ली गई है. जिसकी वजह से आदिवासी समाज की कई समस्याओं का निराकरण भी नहीं हो पाया है. ऐसे में समिति की बैठक तुरंत आयोजित करने का आदेश महाराष्ट्र सरकार को दिया जाए. इसके अलावा आदिवासी समाज को विकास की मुख्यधाारा में शामिल करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाए. राज्यपाल रमेश बैस ने सभी आदिवासी विधायकों की बातों को ध्यानपूर्वक सुनने के साथ ही उन्हें इस संदर्भ में अपनी ओर से ठोस कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया.