* पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे पहुंचे घटनास्थल
* अकोला के केशवनगर रिंगरोड की घटना
अकोला/दि.5 – अकोला के केशवनगर रिंग रोड पर कार में बैठकर आए मुंह पर रुमाल बांधे 5 से 6 लोगों ने केवल 7 मिनट में डाका डालते हुए एटीएम काटकर 16 लाख 54 हजार 300 रुपए की रकम पर हाथ साफ कर लिया. यह सनसनीखेज डकैती की घटना आज तडके घटी. इसकी खबर मिलते ही पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे. मौके पर खदान पुलिस ने डॉग स्कॉड के साथ ही फगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम को बुलाया. फगर प्रिंट एक्सपर्ट टीम ने डकैतों के हाथों के निशान एकत्रित किए. पुलिस का दल उन डकैतों की सरगर्मी से तलाश कर रही है.
तडके 3 बजे डकैती डाले जाने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है. फिलहाल खदान पुलिस व अपराध शाखा पुलिस का दल मामले की तहकीकात करने में जुटा है. जानकारी के अनुसार बुधवार के दिन 16 लाख रुपए की कैश बैंक के अधिकारियों ने एटीएम में निजी एजेंसी के माध्यम से डाली थी. इसके बाद तडके एटीएम का एटीएम बॉक्स काटे जाने की बात समझमें आयी. सभी कैश गायब होने की बात बताई जा रही है. एटीएम में 16 लाख 54 हजार 300 रुपए नगद रखे थे. केवल 7 मिनट में डकैतों ने डाका डालते हुए एटीएम गैस कटर से काटकर रकम चुराई. इसकी जानकारी मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे, शहर पुलिस उपअधीक्षक सुभाष दुधगावकर, स्थानीय अपराध शाखा पुलिस निरीक्षक संतोष महल्ले, खदान पुलिस थाना निरीक्षक श्रीरंग सनस मौके पर पहुंचे. इस दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी भी वहां पहुंच चुके थे. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के रिंगरोड स्थित एटीएम में रात के समय रकम डाली गई थी. मौके पर डॉग स्कॉड के माध्यम से तहकीकात करते हुए डकैतों का सुराग पाने की कोशिश की गई. दूसरी तरह फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की सहायता से डकैतों के हाथों के निशान लिए गए. हालांकि एटीएम का सीसीटीवी कैमरा बंद होने के कारण डकैतों की तस्वीरे सामने नहीं आ पाई है. पुलिस आसपडौस के सीसीटीवी फूटेज खंगालकर डकैतों की जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है. पुलिस अधीक्षक ने तेजी से तहकीकात करते हुए डकैतों को गिरफ्तार करने के निर्देष जारी किए है. खदान पुलिस, डीबी स्कॉड के पुलिस कर्मचारी व अपराध शाखा पुलिस का दल सरगर्मी से डकैतों की तलाश में जुटा है.
* 7 मिनट में 16 लाख उडाए
मुंह पर कपडा बांधकर आए डकैतों ने केवल 7 मिनट में ही एटीएम मशीन तोड डाली. इस पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है. एसबीआई की एटीएम मशीन केवल 7 मिनट में कैसे तोडी गई. इसके लिए किस सामग्री का उपयोग किया गया है. इसके साथ ही एसबीआई की लाखों रुपए की रकम संभालने वाली मशीन इतने आसानी से कैसे काटी गई. यह प्रश्न भी उपस्थित हुआ है. इन बातों की एसबीआई की ओर से भी जांच करने की आवश्यकता है. सामान्य जनता के रुपए एसबीआई में रखे जाते है. उनका एटीएम मशीन इतना कमजोर होगा, तो रुपए कैसे सुरक्षित रहेंगे, ऐसा भी प्रश्न उपस्थित हो रहा है.