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बाघ नखों की बिक्री करनेवाले दो गिरफ्तार

 वन विभाग ने सातारा में की कार्रवाई

  • लाखों रूपये मूल्य के बाघ नख बरामद

अमरावती/प्रतिनिधि दि.19 – मेलघाट के जंगलों में बाघ और तेंदुओं सहित अन्य प्राणियों का शिकार करते हुए उनके अंगोें की तस्करी करनेवाली अंतरराज्यीय टोली के 2 लोगों को वनविभाग के अधिकारियों ने सातारा जिले के कराड से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है और इन आरोपियों के पास से बाघ व तेंदुए सहित अन्य वन्य प्राणियों के नाखून बरामद किये गये है. जिनका बाजार मूल्य लाखों रूपये बताया गया है. हिरासत में लिये गये दोनों आरोपियों के नाम कराड निवासी दिनेश बाबूलाल रावल (38) तथा अनुप अरूण रेवणकर (36) बताये गये है.
जानकारी के मुताबिक मेलघाट सहित अन्य जंगलों में वन्य प्राणियों का शिकार कर उनके अंगों की तस्करी और बिक्री करनेवाली अंतरराज्यीय टोली के कुछ सदस्यों पर विगत कुछ दिनों से वनविभाग तथा वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के अधिकारी नजर रखे हुए थे. इसी दौरान 16 अगस्त को इस टोली के कुछ सदस्य बाघ व तेंदुए के नाखूनों की कराड में बिक्री करनेवाले है. ऐसी जानकारी वनविभाग के अधिकारियों को मिली. जिसके आधार पर वनविभाग के अधिकारियों ने कराड के कृष्णानागर परिसर में सावित्री कॉर्नर बिल्डींग में स्थित सखी लेडीज शॉपी में बाघ नखों की बिक्री करने हेतु आये दिनेश रावल को पकडा. जिसके थोडी ही देर बाद रविवार पेठ में काजीवाडा के पास स्थित मयूर गोल्ड नामक दुकान पर छापा मारकर अनुप रेवणकर नामक दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया. इन दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए उन्हें 20 अगस्त तक वनविभाग की कस्टडी में रखने का आदेश जारी किया गया है.
यह कार्रवाई अमरावती की प्रादेशिक मुख्य वनसंरक्षक तथा मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प की क्षेत्र संचालक ज्योती बैनर्जी, डब्ल्यूसीसीबी (मुंबई) के क्षेत्रीय उपनिरीक्षक वरखड योगेश निलकंठ, उपवनसंरक्षक महादेव मोहिते के मार्गदर्शन में सहायक वन संरक्षक महेश झांझुर्णे व उनकी टीम द्वारा की गई है.

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