पुणे में दंगा भडकाना चाह रहे थे दो बडे नेता
पूर्व पुलिस आयुक्त मीरा बोरवणकर ने किया दावा
पुणे/दि.20– पूर्व पुलिस आयुक्त मीरा बोरवणकर द्बारा लिखित ‘मैडम कमिश्नर’ नामक पुस्तक हाल ही में प्रकाशित हुई और उन्होंने अपनी इस पुस्तक में कई रहस्योद्घाटन किए है. जिसके चलते वे इस समय चर्चा में है. अपनी इस किताब में बोरवणकर ने मुंबई हमले के मामले में पकडे गए एकमात्र जिंदा आतंकी अबू अजमल उर्फ अजमल आमीर कसाब से लेकर राज्य के मौजूदा उपमुख्यमंत्री अजीत पवार तक कई व्यक्तियों व बातों का सामावेश किया है. अजीत पवार के संदर्भ में सन 2010 के एक मामले का उल्लेख मीरा बोरवणकर ने अपनी इस किताब में किया है. जिसमें उन्होंने अजीत पवार का नाम लिए बिना ही आरोप लगाया है कि, येरवडा में पुलिस हेतु आरक्षित तीन एकड जमीन अजीत पवार ने एक निजी बिल्डर को दे दी थी. साथ ही बोरवणकर ने अपनी इस किताब में यह दावा भी किया है कि, दो नेता पुणे शहर में अपने फायदे के लिए दंगे भडकाने का प्रयास कर रहे थे.
मीरा बोरवणकर ने अपने इस दावे में साफ तौर पर विधान परिषद की उपसभापति निलम गोर्हे तथा उद्धव ठाकरे के नजदीकी रहने वाले मिलिंद नार्वेकर को लेकर आरोप लगाया कि, इन दोनों नेताओं ने पुणे के लाल महल से दादोजी कोंडदेव का पुतला हटाए जाने पर शहर के कुछ हिस्सो में हिंसाचार भडकाने का प्रयास किया था. यह बात इन दोनों नेताओं के फोन कॉल संभाषण के जरिए सामने आयी थी.