धामणगांव तहसील में दो किसानों की आत्महत्या
खरीफ बुआई की सुविधा नहीं रहने से थे परेशान
धामणगांव रेलवे/दि.३० – एक तरफ कोरोना का कहर मचा हुआ है. वहीं दूसरी ओर तहसील में दो किसानों ने खरीफ बुआई की सुविधा नहीं रहने की चिंता में रविवार को आत्महत्या कर ली. यहां मिली जानकारी के अनुसार तहसील के देवगांव में रहनेवाले अल्पभूधारक किसान हरीष चौधरी रविवार की दोपहर में खेत से घर लौटे. इसके बाद किसान हरीष चौधरी ने कमरे में प्रवेश किया और वहां पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. किसान हरीष चौधरी की पत्नी ने बताया कि वे बीते कुछ दिनों से खरीफ बुआई की चिंता में थे. इसीलिए मृतक किसान के परिवार को सरकार की ओर से आर्थिक मदद करने की मांग देवगांव के उपसरपंच विशाल जैस्वाल ने की. वहीं दूसरी ओर झाडा निवासी २४ वर्षीय शुभम संतोष ठाकरे ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि शुभम के दादाजी के नाम पर खेती है और वह खेतीबाड़ी का काम संभाल रहा था. लेकिन लगातार फसलों की हो रही बर्बादी व कर्ज का बोझ बढऩे से शुभम चिंतित था. इसी चिंता में शुभम ठाकरेे ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली. मृतक किसान के परिवार को सरकार की ओर से आर्थिक मदद देने की मांग झाडा गांव के सरपंच मंगेश बोबडे ने की है.
मृत किसान परिवारों को आर्थिक मदद दें
कोरोना महामारी के दौर में किसानों की हालत काफी बिकट हो चुकी है. प्राकृतिक आपदाओं के साथ ही कोरोना विपदा ने किसानों की परेशानियां बढा दी है. किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ते जा रहा है. इसीलिए आत्महत्याग्रस्त किसानों के परिवार को सरकार ने आर्थिक मदद देनी चाहिए, उक्ताशय की मांग स्वाभिमानी किसान संगठन के एड. चेतन परडखे ने की है.