सिमकार्ड ब्लॉक करने के नाम पर सवा दो लाख की ठगी
ऑनलाइन ठगी का शिकार बने शासकीय तंत्रनिकेतन के स्टेनो
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सायबर पुलिस ने दर्ज किया अपराध
अमरावती/प्रतिनिधि दि.४ – सिमकार्ड का केवायसी वेरिफिकेशन करना है, ऐसा कहकर एनीडेस्क अप्लीकेशन डाउनलोड करने मजबूर करते हुए शासकीय तंत्रनिकेतन के लघु टंकलेखक पवन गुंटीवार के एसबीआई खाते से 2 लाख 20 हजार रुपए निकाले जाने की बात उजागर हुई है. इस मामले में कल आयुक्तालय पुलिस के सायबर सेल ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
अकोला के मूल निवासी पवन सदाशिव गुंटीवार (53) यह स्थानीय शासकीय तंत्रनिकेतन में लघु टंकलेखक पद पर कार्यरत है और वे कॉलेज के ही होटल में अकेले रहते है. स्थानीय गाडगे नगर की एसबीआई शाखा में उनका बैंक खाता है. कल शुक्रवार को दोपहर 12.30 बजे वे उनके शासकीय कार्यालय में थे. उसी समय उनके मोबाइल पर 919531576452 इस अनजान नंबर से एक टेक्स्ट मैसेज आया. जो उन्होंने देखा. उस मैसेज में कहा गया था कि पवन की सिम का केवायसी डाक्युमेंट पेंडिंग है और उसमें कॉल कस्टमर केअर मो.नं. 9330857530 इस तरह का उल्लेख था और 24 घंटे में सिम ब्लॉक होने बाबत लिखा था. इस कारण पवन ने उस नंबर पर कॉल किया. तब दूसरी ओर से एक व्यक्ति बोल रहा था. जिसने वह जिओ कंपनी से बोल रहा हूं, ऐसा कहता हुए टेक्स्ट मैसेज के अनुसार जानकारी दी और एनीडेक्स अप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा. उसके बाद मायजीओ एप पर 10 रुपए का रिचार्ज करने लगवाया. उसके बाद थोडी ही देर में उनके बेैंक खाते से पहले 10 हजार, फिर 50 हजार, फिर 1 लाख फिर 50 हजार और 10 हजार इस तरह 2 लाख 20 हजार उनके खाते से ऑनलाइन ट्रान्सफर होने बाबत का टेक्स्ट मैसेज उन्हें प्राप्त हुआ. अपने साथ धोखाधडी होने का विश्वास उन्हें हुआ. इस कारण उन्होंने तत्काल सायबर क्राईम में जाकर शिकायत दर्ज की. सायबर पुलिस ने यह मामला दफा 419, 420 व सहकलम 66 (ड), सूचना तकनीक कानून के तहत दर्ज किया है.