अमरावती-मुंबई ट्रेन के साथ चलाये जाये दो एलएचबी रैक
डीआरयूसीसी सदस्य प्रवीण सावले ने की मांग
अमरावती/प्रतिनिधि दि.26 – गत रोज मध्य रेल्वे के भुसावल मंडल प्रबंधक (वाणिज्य विभाग) द्वारा डीआरयूसीसी की बैठक बुलाई गयी थी. जिसमें समिती के सदस्य प्रवीण सावले द्वारा कहा गया कि, गाडी संख्या 12112/12111 अमरावती-मुंबई-अमरावती एक्सप्रेस एकमात्र ऐसी ट्रेन है, जो भुसावल मंडल को सबसे अधिक राजस्व दिलाती है और जब से यह ट्रेन शुरू की गई है, तब से इसमें आरएसी व वेटिंग लिस्ट हमेशा ही 400 के आसपास रहती है. ऐसे में इस ट्रेन के साथ जोडे जानेवाले एलएचबी रैक को केवल अमरावती व मुंबई के बीच ही चलाया जाये, क्योंकि यदि इस रैक को चेन्नई तक चलाया जाता है, तो इसकी वजह से यह ट्रेन लेट हो सकती है.
उपरोक्त सुझाव के साथ डीआरयूसीसी सदस्य प्रवीण सावले ने कहा कि, एलएचबी के दोनों रैक अमरावती को देने के साथ ही उसका पूरा मेंटेनन्स अमरावती में ही होता है, तो यह अमरावती के लिए काफी अच्छी बात साबित होगी. इसके अलावा गाडी संख्या 12117 पुणे-अमरावती ट्रेन को यदि पुणे से दोपहर 3.15 बजे की बजाय शाम 6 बजे छोडा जाता है, तो यह ट्रेन अगले दिन सुबह 9 बजे के आसपास अमरावती पहुंचेगी. इससे इस ट्रेन को अच्छेखासे यात्री मिल सकते है. ठीक इसी तरह गाडी संख्या 12118 को यदि एसी स्लिपर कोच के साथ शाम 5.50 बजे या 7.30 बजे छोडा जाता है और यदि इसे व्हाया मनमाड या व्हाया कल्याण-पनवेल चलाया जाता है, तो यह ट्रेन भी खाली नहीं रहेगी. इसके साथ ही सावले ने यह भी कहा कि, करोडों रूपये खर्च करते हुए अमरावती का मॉडल रेल्वे स्टेशन बनाया गया है. लेकिन यहां से केवल चार या पांच ट्रेन ही चलती है. ऐसे में यदि अमरावती से दिल्ली व अमरावती से कटरा के लिए ट्रेन चलायी जाती है, तो इससे रेल्वे की आय में इजाफा होगा.