नागपुर/दि.20- पूरे विदर्भ में तहलका मचाने वाले नागपुर के बच्चा खरीदी-विक्री प्रकरण में पुलिस ने एक और मामला उजागर किया. जिसमें आरोपी प्रजापति दंपत्ति ने अपनी ही दो माह की बच्ची का केवल 60 हजार रुपए में सौदा किया था. पुलिस ने नागपुर में ही बेची गई संबंधित बच्ची को गुरुवार को यहां धम्मदीप नगर से अपने कब्जे में लिया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गत अक्तूबर माह में 8 माह के बच्चे के अपहरण पश्चात इस रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. उपरांत जांच में नीत नए प्रकरण उजागर हो रहे हैं. रैकेट में कथित डॉक्टर का भी समावेश होने से वह काफी बड़ा होने और टोली द्वारा गुजरात, तेलांगाना, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के निःसंतान दंपत्ति को बच्चे बेचे जाने का पर्दाफाश किया गया. उसमें भी अनेक को बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया अंतर्गत देने का दिखावा किया गया था. उनसे लाखों रुपए वसूले गए थे. पुलिस प्रकरण की तह में जाने की कोशिश कर रही है.
इसी दौरान आरोपी योगेन्द्र प्रजापति और उसकी पत्नी रीता ने अपनी ही दो माह की बच्ची को मात्र 60 हजार रुपए में बेच देने का खुलासा हुआ है. इस बच्ची का जन्म भंडारा जिला अस्पताल में हुआ था. आरोपी प्रजापति दंपत्ति ने सहआरोपी फरजाना उर्फ अंजुम कुरैशी सीमा परवीन अंसारी, आयशा खान, सचिन पाटील के मार्फत बच्ची का सौदा किया था.
रैकेट में पुलिस ने विविध थानों में 11 प्रकरण दर्ज किये हैं. जिसमें शिशुओं को बेचा गया. पुलिस ने बताया कि अब तक 47 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. उसी प्रकार पांच प्रकरणों में कोर्ट में आरोप पत्र भी प्रस्तुत कर दिया गया है. अधिकांश आरोपी जेल की सलाखों के पीछे है.