पटवारी सहित दो लोग एन्टीकरप्शन के जाल में फंसे
नागपुर और अमरावती युनीट की संयुक्त कार्रवाई
अमरावती/प्रतिनिधि दि. 13 – बडनेरा क्षेत्र में आने वाले अकोली सर्कल के पटवारी संतोष चपटे सहित दिलीप बोरेकर व गजानन सावंत को नागपुर और अमरावती एन्टीकरप्शन दल की टीम ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहरी परिसर में शिकायतकर्ता से 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगने पर हिरासत में लिया.
यहां मिली जानकारी के अनुसार अकोली क्षेत्र में संतोष चपटे पटवारी के रुप में कार्यरत है. बताया जा रहा है कि संतोष चपटे ने करीब 15 दिन पहले ही अकोली कार्यक्षेत्र के पटवारी का चार्ज संभाला था. इस दौरान नागपुर के सेवानिवृत्त पुलिस उपअधिक्षक शिकायतकर्ता ने जमीन के फेरफार के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था, अकोली क्षेत्र में सेवानिवृत्त पुलिस उपअधिक्षक का प्लॉट है. इस प्लॉट के 7/12 का फेरफार पंजीयन कराकर उसकी मुल प्रतियां व प्लॉट का नियोजित टैक्स की रकम कम कराकर सुधारित टैक्स रसिद देने के लिए आरोपी ने दो लोगों के सहयोग से सेवानिवृत्त पुलिस उपअधिक्षक को रिश्वत मांगी थी. यह मामला 29 सितंबर का बताया गया है. जिसकी शिकायत नागपुर एन्टीकरप्शन दल के पास सेवानिवृत्त पुलिस उपअधिक्षक शिकायतकर्ता ने दर्ज कराई थी. मामले की पूरी तरह से छानबीन करने के बाद नागपुर एन्टीकरप्शन का दल बुधवार को अमरावती पहुंचा. जिसके बाद स्थानीय एन्टीकरप्शन दल के कर्मचारियों के साथ मिलकर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जाल बिछाकर पटवारी संतोष चपटे और अन्य दो लोगों को शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगने के आरोप में धर दबोचा. यह कार्रवाई नागपुर एन्टीकरप्शन के पुलिस अधिक्षक राकेश ओला, अपर पुलिस अधिक्षक मिलिंद तोतरे, अमरावती एसीबी दल के अधिक्षक विशाल गायकवाड के मार्गदर्शन में नागपुर एसीबी के पुलिस निरीक्षक सारंग मिराशी, कर्मचारी दिनेश शिवले, सुनील कलंबे, सारंग बालपांडे, आशू श्रीरामे, मंगेश कलंबे, मनीष नेवारे, नाईक शरीक अहेमद, अमोल भक्ते व अमरावती एसीबी के दल ने की.