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उध्दव व आदित्य ठाकरे ने शुरू की ‘खोके’ की राजनीति

सांसद नवनीत राणा का नया दावा

मुंबई/दि.26- शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे व उनके समर्थक विधायकों द्वारा विगत जून माह में शिवसेना सहित राज्य की तत्कालीन महाविकास आघाडी सरकार के खिलाफ की गई बगावत के बाद राज्य की राजनीति में ‘खोके’ शब्द को एक अलग ही अर्थ और स्थान मिल गया है. जिसके तहत उध्दव ठाकरे गुटवाली शिवसेना सहित महाविकास आघाडी के नेताओं ने शिंदे-फडणवीस सरकार से ‘खोके सरकार’ कहते हुए चिढाना शुरू किया. साथ ही यह आरोप भी लगाया गया कि, शिंदे गुट के विधायकों ने 50-50 करोड (खोके) लेकर शिवसेना के खिलाफ बगावत की थी. वही अब इस मामले को लेकर सांसद नवनीत राणा ने एक नया दावा किया है. जिसमें सांसद नवनीत राणा ने कहा है कि, राज्य में ‘खोके’ वाली राजनीति तो खुद उध्दव ठाकरे व आदित्य ठाकरे ने शुरू की थी और किशोरी पेडणेकर ने महापौर रहते समय कितने ‘खोके’ ठाकरे परिवार के निवासस्थान ‘मातोश्री’ बंगले पर पहुंचाये, यह सभी को पता है. ‘खोके’ के बिना तो उध्दव ठाकरे का पत्ता भी नहीं हिलता था और मुंबई मनपा सहित महाविकास आघाडी सरकार ने ‘खोके’ की राजनीति ठाकरे पिता-पुत्र ने ही शुरू की थी, जो आज दूसरों पर आरोप लगा रहे है.
इसके अलावा सांसद नवनीत राणा ने विधायक बच्चु कडू के बयान को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. जिसमें उन्होंने कहा कि, कौन क्या अल्टीमेटम दे रहा है, इसकी ओर उनका ध्यान नहीं रहता. साथ ही अगर किसी ने उनके खिलाफ आंदोलन भी किया, तो वे इसकी परवाह भी नहीं करती. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, अगर किसी बात को लेकर सीएम एकनाथ शिंदे व डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीस द्वारा बुलाया जाता है, तो उस समय उनके सामने उपस्थित होकर अपनी बात रख दी जायेगी. साथ ही नवनीत राणा ने यह भी कहा कि, उनका किसी से कोई विवाद नहीं है और वे केवल अपने सिध्दांतों की लडाई लड रही है.

 

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