नागपुर/दि.24- कांग्रेस के निलंबित नेता आशीष देशमुख ने दावा किया कि जल्द ही उबाठा शिवसेना और एकनाथ शिंदे सेना एकत्र आ सकते हैं. उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय व्दारा अपात्रता का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष को दिए जाने की ओर संकेत किया. देशमुख ने कहा कि, शिवसेना के सभी 54 विधायकों की सदस्यता खतरे में है. निर्णय किसी भी पक्ष में लगे, विधायक अपात्र होंगे. अयोग्यता की कार्रवाई केवल मौजूदा कार्यकाल नहीं तो अगले 6 वर्ष हेतु रहती है. इसलिए विधायकों का राजनीतिक जीवन खतरे में आ जाएगा. अपात्र विधायक चुनाव नहीं लड सकेंगे. यह नियम राज्यसभा सांसद सहित सभी को लागू हैं. देशमुख ने दावा किया कि इसलिए वह विधायक एक होंगे, दोनों शिवसेना साथ-साथ आएगी और भाजपा से गठजोड करेगी. महाविकास आघाडी में शीघ्र फूट पडने का दावा भी काटोल के पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने किया.
आशीष देशमुख ने कहा कि, उन्होंने 2018 में विधायकी छोडी थी. उन्हें अयोग्य नहीं होना था. 6 वर्ष तक राजकारण से दूर नहीं जाना था. मेरे वकील ने सलाह दी थी. उसी आधार पर बोल रहा हूं. दोनों शिवसेना को साथ आए बगैर पर्याय नहीं है. मविआ का एक घटक पक्ष अलग हुआ तो सीट बँटवारा निरर्थक हो जाएगा. देशमुख ने स्पष्ट किया कि, वे निलंबित है. किंतु कांग्रेस में हैं. पार्टी में सक्रिय रहेंगे. उन्होंने काटोल के लोगों में वर्तमान विधायक के प्रति नाराजगी रहने का दावा किया. देशमुख ने कहा कि, वे चुनाव लडेंगे. पिछली बार बहुत कम अंतर से हारे थे.