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अंतत: ‘उस’ नाबालिग ने दी हत्या की कबूली

आश्रम शाला में हुई थी शिवम उईके की हत्या

* शिवम को उसके ही गांव के 15 वर्षीय छात्र ने उतारा था मौत के घाट
वर्धा -/दि.4 समीपस्थ कारंजा घाडगे तहसील अंतर्गत नारागांव स्थित स्व. यादवराव केचे स्मृति आश्रम शाला में रक्षाबंधन वाले दिन शिवम सनोज उईके नामक 13 वर्षीय विद्यार्थी की गद्दों के ढेर के नीचे से लाश बरामद हुई थी. शिवम उईके के सिर पर चोर व खून के निशान थे. जिसे देखकर संदेह जताया गया कि, शिवम उईके की मौत प्राकृतिक नहीं है, बल्कि उसे किसी ने जानबुझकर मौत के घाट उतारा है. पश्चात पुलिस द्बारा की गई जांच में पता चला कि, शिवम उईके की स्कूल मेें ही पढने वाले और उसके ही गांव में रहने वाले 15 वर्षीय छात्र ने किसी आपसी विवाह के चलते गुस्से में आकर शिवम की हत्या की थी. जिसके बाद पुलिस ने उक्त 15 वर्षीय छात्र को अपने कब्जे में लेकर उससे पूछताछ करनी शुरु की. पूछताछ के दौरान पहले तो उक्त नाबालिग ने टालमटोल वाले जवाब देते हुए पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन आखिरकार उसने पुलिस के सामने अपने अपराध की कबूली दे दी.
पुलिस द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक शिवम के ही गांव डोमा (तह. चिखलदरा) में रहने वाला 15 वर्षीय छात्र नारा की आश्रम शाला में कक्षा 9 वीं का छात्र है और वे दोनों एक ही छात्रावास में रहा करते थे. रक्षाबंधन वाले दिन सामान की पेटी रखने को लेकर दोनों के बीच झगडा हुआ और बात बढ जाने पर उक्त 15 वर्षीय छात्र ने शिवम के साथ धक्का मुक्की करते हुए उसे जमीन पर पटक दिया. जिसकी वजह से शिवम के सिर पर काफी गहरी चोट आयी और उसकी मौके पर नहीं मौत हो गई. यह बात किसी को पता न चले, इस हेतु उक्त छात्र ने शिवम के शव को गड्डों के ढेर के पास लाकर रखा और उस पर बहुत सारी गादियां गिरा दी. लेकिन जब रात के समय बच्चे सोने के लिए गद्दे लेने गए, तो यह मामला उजागर हुआ. पश्चात कारंजा पुलिस ने नाबालिग आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए उसे अपने कब्जे में लिया. पश्चात उसे गत रोज वर्धा के बाल न्यायालय में पेश किया गया. जिसके बाद पुलिस ने उक्त नाबालिग आरोपी से पूछताछ करने के साथ ही उसके बारे में जानकारी निकाली, तो पता चला कि, उक्त छात्र पहले से ही अपराधिक प्रवृत्ति का है. जिसके तहत कभी किसी का मोबाइल चूरा लेने या छिपा देने अथवा अन्य विद्यार्थियों को सताने जैसे कृत्य वह हमेशा किया करता था. घटना वाले दिन उक्त छात्र ने सुबह के समय किसी का मोबाइल चूरा लिया था. यह बात शिवम को पता चल गई थी. ऐसे में उक्त छात्र को यह डर था कि, शिवम यह बात शिक्षकों को बता देंगा. इसी कारण के चलते उसने जानबूझकर शिवम के साथ मारपीट की और उसे उठाकर जमीन पर पटक दिया. जिससे शिवम के सिर पर गहरी चोट लगी और वह बेहोश हो गया. इस बात को छिपाने के लिए उक्त छात्र ने शिवम के शरीर पर ढेर सारे गद्दे डाल दिए. जिनके नीचे दबे रहने की वजह से दम घूट जाने के चलते शिवम की मौत हो गई. कारंजा पुलिस ने आरोपी नाबालिग के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है और उसे फिलहाल बाल निरीक्षण गृह में रखा गया है.

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