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पीडीएमसी में बनेगा 5 करोड़ की लागत से ऑक्सीजन प्लांट

  •  ऑक्सीजन प्लांट लगाने में प्रयुक्त होगी रकम

  •  २० वेंटिलेंटर व १० मिनी वेंटिलेटर भी प्रदान किए

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१  -केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अमरावती के पीडीएमसी अस्पताल में ऑक्सीजन निर्मित प्लांट स्थापित करने हेतु अपनी निधि से ५ करोड़ रूपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई है. साथ ही इस अस्पताल में गंभीर स्थिति वाले मरीजों को भर्ती करने हेतु आवश्यक सुविधा उपलब्ध हो, इस हेतु २० वेंटिलेटर व १० मिनी वेंटिलेटर भी प्रदान किए. वेंटिलेटर की खेप लेकर एक ट्रक तुरंत ही पीडीएमसी अस्पताल के लिए रवाना भी करवा दिया गया.
बता दे कि अमरावती मनपा के महापौर चेतन गावंडे, मनपा सभागृह नेता तुषार भारतीय, राज्य के पूर्व मंत्री व श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख तथा भाजपा के शहर महासचिव प्रशांत शेगोकार के समावेश वाले एक प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को नागपुर पहुंचकर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से उनके आवास पर भेंट की और अमरावती शहर सहित जिले ैमें फैल रहे कोरोना संक्रमण के बारे में जानकारी देने के साथ ही जिले में मरीजों के ईलाज ने साधनों की किल्लत को लेकर चर्चा की. इन सारी बातों से अवगत होने के बाद केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में ऑक्सीजन निर्मिति प्लांट स्थित स्थापित करने हेतु ५ करोड़ रूपये की निधि देना मंजूर किया. साथ ही पीडीएमसी अस्पताल में गंभीर स्थिति वाले मरीजों को भर्ती करने हेतु २० वेंटिलेटर व १० मिनी वेंटिलेटर भी तुरंत ही प्रदान किए. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा एक अनुरोध पर उपलब्ध कराई गई सहायता के लिए श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख सहित प्रतिनिधि मंडल में शामिल महापौर चेतन गावंडे, मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय, पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख व भाजपा शहर महासचिव प्रशांत शेगोकार ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी के प्रति अमरावती शहर व जिलावासियों की ओर से आभार ज्ञापित किया. इस समय केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख से कहा कि पीडीएमसी अस्पताल में स्थापित किए जानेवाले ऑक्सीजन प्लांट में बननेवाली ऑक्सीजन की आपूर्ति शहर के अन्य छोटे अस्पतालों को भी की जाए ताकि उन्हें ऑक्सीजन की किल्लत का सामना न करना पड़े.

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