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मध्यम प्रकल्पों में 35.33 व लघु प्रकल्पों 23.79 फीसद पानी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.12 – अभी बारिश का मौसम शुरू ही हुआ है और इस समय जिले के सबसे बडे बांध अप्पर वर्धा प्रकल्प में 43.92 फीसद जलसंग्रह है. इसे एक तरह से बेहद शानदार स्थिति कहा जा सकता है, क्योंकि आगामी चार माह के दौरान संतोषजनक बारिश होने का अनुमान है. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि, गत वर्ष की तरह इस बार भी अप्पर वर्धा बांध बारिश के मौसम दौरान कई बार लबालब भरेगा और यहां से वर्धा नदी सहित नहरों में पानी छोडना पडेगा. इसी तरह इस समय अमरावती जिले के 5 मध्यम प्रकल्पोें में 35.33 व 84 लघु प्रकल्पों में 23.79 फीसद जलसंग्रह की स्थिति है. जिसे जिले और सिंचाई के लिहाज से शानदार माना जा रहा है.
बता दें कि, अप्पर वर्धा बांध में 342.50 मीटर के स्तर तक 564.05 दलघमी जलसंग्रह किया जा सकता है. जहां पर इस समय 247.72 दलघमी जलसंग्रह है और यहां का जलस्तर 338.25 मीटर है. यह अपने आप में जलसंग्रह की शानदार स्थिति है. इसके अलावा जिले के पांच मध्यम प्रकल्पों में 217.67 व 84 लघु प्रकल्पों में 228.64 दलघमी जलसंग्रह की क्षमता है. जहां क्रमश: 76.91 व 54.39 दलघमी जलसंग्रह है. इस लिहाज से अमरावती जिले के कुल 90 छोटे-बडे बांधों में 1010.36 दलघमी जलसंग्रह की क्षमता है. जिनमें इस वक्त 37.51 फीसद यानी 379.02 दलघमी जलसंग्र्रह है.
वहीं संभाग के कुल 511 बांधों में 3 हजार 283.60 दलघमी जलसंग्रह की क्षमता है. जिनमें इस समय 27.83 फीसदी यानी 913.92 दलघमी जलसंग्रह है. इसमें से संभाग के 9 बडे प्रकल्पों में 480.17 दलघमी (34.30 फीसद), 25 मध्यम प्रकल्पों में 233.45 दलघमी (31.84 फीसद) तथा 477 लघु प्रकल्पों में 200.30 दलघमी (17.41 फीसद) जलसंग्रह की स्थिति है.
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बांध क्षेत्रोें में बारिश की स्थिति शानदार
पश्चिम विदर्भ के सभी 9 बडे बांधोें के जलसंग्रहण क्षेत्र में गुरूवार को शानदार बारिश हुई. जिसमें सर्वाधिक 50 मिमी बारिश अरूणावती प्रकल्प क्षेत्र में हुई है. वहीं अप्पर वर्धा प्रकल्प क्षेत्र में 10 मिमी, पुस प्रकल्प क्षेत्र में 19 मिमी, बेंबला प्रकल्प क्षेत्र में 48 मिमी, काटेपूर्णा प्रकल्प क्षेत्र में 24 मिमी, वान प्रकल्प क्षेत्र में 20 मिमी, खडकपूर्णा प्रकल्प क्षेत्र में 1 मिमी तथा पेणटाकली प्रकल्प क्षेत्र में 29 मिमी बारिश होने की जानकारी सिंचाई विभाग द्वारा दी गई है. वहीं नलगंगा प्रकल्प क्षेत्र में कोई बारिश दर्ज नहीं की गई.