वेदांता प्रोजेक्ट को लाया जाये वापिस
राकांपा ने प्रकल्प को गुजरात ले जाने का किया निषेध
जिलाधीश को सौंपा अपनी मांगों का ज्ञापन
पंचवटी चौराहे पर किया धरना प्रदर्शन
अमरावती-/दि.16 महाराष्ट्र के लाखों बेरोजगारों को रोजगार दे सकने में सक्षम रहनेवाला वेदांता प्रोजेक्ट राज्य सरकार की लापरवाही की वजह से अब गुजरात चला गया है. जिसका सीधा खामियाजा राज्य के विकास पर पडेगा. ऐसे में इस प्रोजेक्ट को किसी भी सूरत में महाराष्ट्र वापिस लाया जाना चाहिए, ताकि राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सके. इस आशय की मांग राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शहराध्यक्ष व पूर्व पार्षद प्रशांत डवरे द्वारा जिलाधीश पवनीत कौर को सौंपे गये ज्ञापन में की गई है.
इस ज्ञापन में कहा गया है कि, राज्य की पूर्ववर्ती महाविकास आघाडी सरकार के कार्यकाल में यह लगभग पूरी तरह से तय हो चुका था कि, हजारों करोड रूपयों का निवेश रहनेवाला वेदांता ग्रुप का प्रोजेक्ट महाराष्ट्र में साकार होगा, लेकिन दहीहांडी के जरिये राज्य के युवाओं को रोजगार का सपना दिखानेवाली शिंदे-फडणवीस सरकार की लापरवाही के चलते राज्य के विकास के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण रहनेवाला यह प्रोजेक्ट गुजरात स्थलांतरित हो गया है. जिसका खामियाजा पूरे महाराष्ट्र को भुगतना पडेगा. वही गुजरात से वास्ता रखनेवाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत जल्द इससे भी बडा प्रोजेक्ट देने का गाजर महाराष्ट्र की जनता को दिखाया है. जिस पर भरोसा करने का सवाल ही नहीं उठता. चूंकि वेदांता ग्रुप का प्रोजेक्ट महाराष्ट्र में साकार होनेवाला था. अत: इसे पहले की तरह गुजरात की बजाय महाराष्ट्र में ही साकार किया जाये. चाहे तो इसके बदले गुजरात को कोई दूसरा प्रोजेक्ट दिया जाये. किंतु महाराष्ट्र के हक पर डाले गये डाके को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
इसके साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने इस सेमी कंडक्टर प्रोजेक्ट को महाराष्ट्र से गुजरात ले जाये जाने के फैसले का पंचवटी चौराहे के समक्ष धरना प्रदर्शन करते हुए तीव्र निषेध किया. साथ ही इस फैसले को महाराष्ट्र विरोधी भी बताया. इस समय राकांपा के शहराध्यक्ष प्रशांत डवरे, महिला आघाडी की जिलाध्यक्ष संगीता ठाकरे तथा पूर्व महापौर किशोर शेलके सहित जीतु ठाकुर, ऋतुराज राउत, योगेश सवाई, प्रशांत यावले, प्रमोद महल्ले, रवि भिवापुरे, धनराज चौके, वाहिद शाह, शेख तनवीर, नितीन खंडालकर, निलेश शर्मा, राजेश जवंजाल, शैलेश अमृते, उमेश बिजवे, नितीन बुरघाटे, अण्णा बागल, सागर कोकाटे, मनीष पाटील, अभिषेक धुरजड, अमोल वानखडे, भास्कर ढेवले, प्रा. सुशील गावंडे, मनोज केवले, शशांक वैद्य, प्रवीण भोरे, महेश साहू बबलू अम्पायर, शफीउद्दीन, नदीम मुल्ला, बंडू निंभोरकर, संजीव कथिलकर, राजू तायवाडे, अविनाश बोबडे, एड. सुनील बोके, सतीश चरपे, बाबू यादव, साहिल घायर, जगदीश विश्वकर्मा, महेश यादव, जय यादव, चेतन यादव, गजानन तायडे, कपिल यादगीरे, राजू डिवरे, प्रतिक भोकरे, प्रणव हिवसे, अनिकेत तांगडे आदि सहित अनेकोें राकांपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.