नागपुर/दि.28 – उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी सरकार ने विज्ञापनों पर करदाता के 330 करोड रुपए उडा दिये. केवल ढाई साल के कार्यकाल दौरान विज्ञापनों पर समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा होर्डिंग पर उद्धव सरकार ने करोडों रुपए खर्च करने का खुलासा सूचना के अधिकार के तहत हुआ है. सूचना अधिकार कार्यकर्ता अभय कोलारकर को राज्य जनसंपर्क निदेशालय से दिये गये उत्तर में विभिन्न विभागों द्बारा विज्ञापनों पर किये गये खर्च का ब्यौरा भी दिया गया है. जिसके अनुसार कोरोना और टीकाकरण अभियान की जागरुकता के लिए 18 करोड 55 लाख रुपए से अधिक व्यय किये गये.
* अन्न व औषधी विभाग आगे
जनसंपर्क विभाग द्बारा जारी आंकडों के अनुसार फूड व ड्रग विभाग ने सर्वाधिक 40 करोड रुपए का खर्च इश्तहार पर किया. जबकि गृह निर्माण विभाग ने लगभग 32 करोड रुपए का खर्च किया है. राजस्व और वन विभाग ने 26 करोड जबकि योजना विभाग ने 19 करोड रुपए खर्च किये. जलापूर्ति और स्वच्छता विभाग ने भी काफी खर्च विज्ञापनों पर किया.
* लोगों की प्रतिक्रिया
विदर्भ टैक्सपेयर एसो. के सचिव तेजींदर सिंह रेणु ने प्रश्न उठाया कि, 330 करोड रुपए का खर्च विज्ञापनों पर कर दिया गया. जबकि इतनी राशि से अधोसंरचना का काम हो सकता था. कोई बडी जनसुविधा उपलब्ध करवाई जा सकती थी. जबकि किसान नेता विजय जावंधिया ने आरोप लगाया कि, सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए विज्ञापनों पर नाहक पैसा लूटाती है.