अमरावतीमुख्य समाचार

विदर्भ में अतिवृष्टि, 4 की मौत

मूसलाधार बारिश से 19 तहसीलें प्रभावित, 2297 घरों का नुकसान

अमरावती/प्रतिनिधि दि.24 – विगत 48 घंटों के दौरान हुई मूसलाधार बारिश की वजह से विदर्भ क्षेत्र की 27 तहसीले बुरी तरह प्रभावित हुई है और वर्षाजनित हादसों की वजह से 4 लोगों की मौत हुई है. इसमें से अकेले पश्चिम विदर्भ में ही 2297 घरों को नुकसान पहुंचा है और 9914 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती-किसानी बुरी तरह से प्रभावित हुई है. लगभग ऐसे ही हालात पूर्वी विदर्भ में भी है.
प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक गुरूवार को 42 मिमी तथा शुक्रवार को 17 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई. जिसमें सर्वाधिक बारिश अकोला जिले में हुई है. इस संदर्भ में विभागीय आयुक्त कार्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक अमरावती जिले की दो तहसीलें बारिश से प्रभावित हुई. जहां 46 घरों सहित 263 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलों का नुकसान हुआ. वहीं वाशिम जिले में 6 तहसीले बारिश से प्रभावित है. जहां 14 घरों का अंतश: नुकसान हुआ और 2 हजार 671 हेक्टेयर क्षेत्र में फसले बर्बाद हुई. इसके अलावा अकोला जिले की पांच तहसीलों में अतिवृष्टि हुई. जिससे 2237 घरों तथा 6 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही यवतमाल जिले की पांच तहसीलों में 21 जुलाई को अतिवृष्टि हुई. जिसमें 40 घरों को नुकसान पहुुंचने के साथ ही 780 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में फसलें बर्बाद हुई. साथ ही 22 जुलाई को हुई बारिश की वजह से 4 घरों को नुकसान पहुंचा. इस मामले में बुलडाणा जिला खुश किस्मत रहा, जहां बारिश की वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ है.
उधर पूर्वी विदर्भ में चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर में ऐतिहासिक किले का कुछ हिस्सा बारिश की वजह से ढह गया तथा राजुरा तहसील में डोंगरगांव-डाम रास्ता बारिश के पानी में बह गया. वर्धा नदी में आयी बाढ की वजह से भोयगांव-चंद्रपुर मार्ग बंद रहने के चलते इस परिसर का अन्य इलाकों से संपर्क टूट गया है. इसके साथ ही गोंदिया जिले के गोरेगांव व तिरोडा तहसील में 65 मिमी से अधिक बारिश होने के चलते इन दोनों तहसीलों में अतिवृष्टि व बाढवाले हालात रहे.

  •  बारिश लील गई कई जिंदगियां

अकोला जिले के अकोट में 45 वर्षीय व्यक्ति पठार नदी की बाढ में बह गया. वहीं नागपुर जिले के बोखारा परिसर में एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हुई. इसके अलावा चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर में दीवार ढह जाने की वजह से एक महिला की मौत हुई. वहीं भिंगारा बीट में एक 65 वर्षीय वृध्द महिला का शव बरामद हुआ. इसके अलावा सारा गांव स्थित एक खेत के विद्युत पोल में बिजली का करंट प्रवाहित होने की वजह से दो बैलों की मौत हुई तथा सोनारगव्हाण में आग लगने की वजह से दो गाय मारी गई.

  • धारणी में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त

32 गांव प्रभावित, 262 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान
वहीं विगत दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से आदिवासी बहूल मेलघाट में आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. विगत 24 घंटों के दौरान धारणी तहसील में 81.6 मिमी बारिश हुई. जिसके चलते इस पर्वतीय क्षेत्र में 32 गांव प्रभावित हुए. जहां पर 46 घरों को नुकसान पहुंचने के साथ ही 262 हेक्टेयर क्षेत्र में फसले बर्बाद हुई. बारिश ने गुरूवार को चिखलदरा तहसील में तथा शुक्रवार को धारणी तहसील में जमकर कहर ढाया. धारणी तहसील मुख्यालय से 50 किमी की दूरी पर स्थित राणीगांव घाट में पहाड खिंसक जाने की वजह से सुसर्दा-धारणी मार्ग बंद हो गया. वहीं इससे पहले गुरूवार को सिपना नदी में बाढ आने के चलते धारणी व दिया क्षेत्र के 35 गांवों के एक-दूसरे से संपर्क टूट गया. इस मूसलाधार बारिश की वजह से मेलघाट क्षेत्र में बीएसएनएल की सेवा भी बुरी तरह चरमरा गई. साथ ही लगातार दूसरे दिन चिखलदरा तहसील में कई ग्रामीण इलाकों के रास्ते बंद थे. लगातार हो रही बारिश की वजह से आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में जलजन्य बीमारियां फैलने की संभावना व्यक्त की जा रही है.

  •  तीसरे दिन भी जारी रही झमाझम

यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि विगत गुरूवार से शुरू हुई बारिश शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रही. शनिवार की सुबह मौसम पूरी तरह से बदरीला रहा और आसमान पर काले-घने बादल छाये रहे. पश्चात सुबह करीब 8 बजे के आसपास मूसलाधार पानी बरसना शुरू हुआ. जो करीब दो घंटे तक बरसता रहा. विगत तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से अब मौसम काफी सर्द हो चला है. वहीं आम जनजीवन एवं दैनिक कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुए है.

Related Articles

Back to top button