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छिटपूट दिक्कतों के साथ शुरू हुई विद्यापीठ की ऑनलाईन परीक्षा

  • पहले दिन के दूसरे सत्र में लॉगइन को लेकर पेश आयी दिक्कतें

  • आनन-फानन में प्रॉब्लेम किया गया सॉल्व, परीक्षा हुई सुचारू

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२० – दो बार स्थगित होने के बाद मंगलवार २० अक्तूबर से संगाबा अमरावती विद्यापीठ के अंतिम वर्ष व अंतिम सत्र सहित कुछ अन्य पाठ्यक्रमों की ऑनलाईन व ऑफलाईन परीक्षाएं शुरू हुई. कुछ छिटपूट दिक्कतों को छोडकर यह परीक्षा पहले दिन बडे सुचारू पूर्ण ढंग से संपन्न हुई. बता दें कि, विद्यापीठ की ऑनलाईन परीक्षा डेढ-डेढ घंटे की चार शिफ्ट में ली जा रही है. जिसके तहत सुबह ८ से ९.३० बजेवाली पहली शिफ्ट में करीब साढे तीन हजार परिक्षार्थियों ने लॉगइन किया व बडी आसानी के साथ परीक्षा दी. इन विद्यार्थियों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई. वहीं १० से ११.३० बजेवाले दूसरे सत्र में विद्यापीठ के परीक्षा एॅप सर्वर पर एक साथ करीब ३० हजार विद्यार्थी ऑनलाईन आ गये. जिसकी वजह से कई परीक्षार्थियों को लॉगइन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पडा. इस संदर्भ में हेल्पलाईन नंबरों पर लगातार फोन आना शुरू हुए. जिसके बाद विद्यापीठ के परीक्षा मंडल सहित परीक्षा का संचालन करने का जिम्मा रहनेवाली प्रोमार्क एजेन्सी के प्रतिनिधियों ने तुरंत ही आवश्यक कदम उठाते हुए इस समस्या और दिक्कत को दूर किया. जिसके बाद अन्य तीनों सत्रों में बडी आसानी के साथ ऑनलाईन परीक्षा हुई.

कोई भी परीक्षा देने से वंचित नहीं रहेगा

इस बारे में जानकारी देते हुए विद्यापीठ के परीक्षा व मूल्यांकन मंडल संचालक डॉ. हेमंत देशमुख ने कहा कि, पहले दिन के दूसरे सत्र में जो विद्यार्थी लॉग इन नहीं कर पाये, उन्हें अगले सत्रों में समाहित कर लिया गया और किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा से वंचित नहीं रहने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि, अब इस ऑनलाईन परीक्षा में किसी भी तरह की कोई तकनीकी दिक्कत पेश नहीं आयेगी, ऐसे इंतजाम किये गये है. अत: किसी भी परीक्षार्थी को qचता करने की जरूरत नहीं है. वे बडी आसानी के साथ अपनी परीक्षा दे सकेंगे.

ऑनलाईनवालों को ऑफलाईन की भी सुविधा

पता चला है कि, पहले दिन कई विद्यार्थियों ने परीक्षा एॅप पर लॉग इन तो कर लिया, लेकिन इसके बाद उनके एॅप पर उनके विषय का पेपर ही नहीं आया. ऐसे में वे तुरंत अपने महाविद्यालय पहुंचे और उन्होंने ऐन समय पर ऑनलाईन की बजाय ऑफलाईन परीक्षा देने का निर्णय लिया. वहीं दूसरे सत्र में एक साथ कई परीक्षार्थियों को लॉगइन की समस्या पेश आने के चलते हेल्प लाईन नंबरों पर एक साथ सैंकडों फोन आने शुरू हो गये. जिसकी वजह से हेल्पलाईन भी कुछ देर के लिए ‘हेल्पलेस‘ हो गयी थी. ऐसे में कई विद्यार्थी काफी समय तक संभ्रम का शिकार भी दिखाई दिये.

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