* पूरे मामले का हुआ पर्दाफाश
* कुल 4 आरोपी चढे पुलिस के हत्थे
* फ्रेजरपुरा पुलिस की सफल कार्रवाई
* डीसीपी पाटिल ने पत्रवार्ता में दी जानकारी
अमरावती/दि.4- विगत 31 अगस्त को फ्रेजरपुरा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत पिंपलखुटा गांव के पास से जंगल परिसर में कई दिनों से लापता विलास रंगराव कोठे (45) का जमीन में गाडा गया शव बरामद हुआ था, जो काफी हद तक सड-गल गया था. इस पूरे मामले की जांच करते हुए पुलिस ने सबसे पहले सुमित मधुकर कावरे नामक आरोपी को अपनी हिरासत में लिया था. जिसके द्बारा दी गई जानकारी के आधार पर जगदीश चिंतामन वाकडे व सतीश उर्फ अविनाश सुरेशराव धर्मे (दोनो पिंपलखुटा गांव निवासी) को पकडा गया था. वहीं अब इस मामले के मुख्य आरोपी सुरेंद्रकुमार कुसुमाकर ठोसर (पिंपलखुटा) को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने इस बात का पर्दाफाश किया है कि, सुरेंद्र ठोसर ने जगदीश वाकडे को विलास कोठे की हत्या करने के लिए 40 हजार रुपए की सुपारी दी थी और जगदीश वाकडे ने अपने दो साथिदारों सुमित कावरे व अविनाश धर्मे के साथ मिलकर 3 अगस्त को विलास कोठे की पिंपलखुटा के गायरान क्षेत्र में ले जाकर गला घोटते हुए हत्या कर दी थी और एक पेड के नीचे गड्ढा खोदकर उसके शव को गाड दिया था. साथ ही शव से दुर्गंध न उठे और शव जल्द से जल्द गल जाए, इसके लिए गड्ढे में नमक भी भर दिया था. ऐसी जानकारी आज यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में शहर पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल द्बारा दी गई. साथ ही उन्होंने इस मामले में फ्रेजरपुरा पुलिस द्बारा की गई कार्रवाई की प्रशंसा भी की.
यह कार्रवाई शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल व सहायक पुलिस आयुक्त प्रशांत राजे के मार्गदर्शन तथा फ्रेजरपुरा पुलिस स्टेशन के थानेदार गौरखनाथ जाधव व एपीआई रवींद्र सहारे के नेतृत्व में पीएसआई आकाश वाठोरे, पोहेकां योगेश श्रीवास, पोहेकां विनोद इंगले, नापोकां शशिकांत गवई, नापोकां अमोल पाटिल, नापोकां सुहास शेंडे, नापोकां हरिश बुंदेले, नापोकां हरिश चौधरी, नापोकां श्रीकांत खडसे, नापोकां संतोष नागे, पोकां सतिश सावरकर, पोकां धनराज ठाकुर, पोकां मुसाइद शेख, पोकां सचिन मेश्राम, चालक नापोका अमोल राठोड व चालक पोकां अमोल चुलपार के पथक द्बारा की गई. साथ ही जांच में पुलिस मित्र पिंटू अर्मड पाटिल का सहयोग मिला.